ऑनलाइन गेम में हारी रकम की भरपाई करने के चक्कर में फंस गया।
संवाददाता।
कानपुर। नगर के अर्मापुर में इंटर के छात्र नितिन के सुसाइड की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सुसाइड करने से ठीक पहले छात्र ने 50 हजार रुपए का ऑनलाइन लोन भी लिया था। इतना ही नहीं सट्टा और गेम में हारे पैसे की भरपाई के लिए ऑनलाइन कमाई का भी प्रयास कर रहा था, लेकिन वह फंसता चला गया। साइबर ठगों के चक्रव्यूह में इस कदर फंसा कि उसे कमाई तो महज 150 से 200 रुपए से दो-चार हजार रुपए हुई। लेकिन पिता के अकाउंट से मोटी रकम कट गई। पिता की डांट से बचने के लिए छात्र ने सुसाइड कर लिया। डीसीपी विजय ढुल ने बताया कि 15 जनवरी को लापता हुए इंटर के छात्र नितिन ने अर्मापुर नहर में कूदकर सुसाइड कर लिया था। बीते रविवार यानी 28 जनवरी को उसका शव दादा नगर नहर में बरामद हुआ। सोमवार को परिवारीजनों ने कपड़े व जूतों से पहचान की। डीसीपी वेस्ट ने बताया, “जांच के दौरान पता चला कि छात्र ही अपने मम्मी और पापा का बैंक अकाउंट हैंडल करता था। इसी का फायदा उठाकर उसने ऑनलाइन जुआ और गेम खेलना शुरू किया। इसमें वह लाखों रुपए हार गया। अभी तक करीब 65 हजार रुपए की डिटेल मिली है।” आर्डिनेंस कर्मी पिता नितेश कुमार ने बताया, “ऑनलाइन खेल के बारे में जब मुझे पता चला तो मैंने बेटे को डांट लगाई थी। इसके बाद बेटे ने सॉरी बोला। और कहा कि पापा आज के बाद मैं ऐसी हरकत नहीं करूंगा।” वहीं छात्र के खाते में अलग-अलग कंपनियों से डेढ़ से दो सौ रुपए कई बार में क्रेडिट हुए हैं। लेकिन वह गेम और सट्टे में हारे हुए पैसे की भरपाई नहीं कर सका। सुसाइड करने से ठीक पहले उसने ऑनलाइन 50 हजार रुपए का ऑनलाइन लोन भी लिया था। सट्टे व गेम में हारी रकम की भरपाई करने के चक्कर में वह फंस गया। इससे वह इतनी बुरी तरह टूट गया। सुसाइड से पहले उसने एक नोट भी लिखा था जो स्कूल बैग से बरामद हुआ था। जिससे लिखा था कि वह अर्मापुर नहर में कूदकर सुसाइड करने जा रहा है। नितिन ने सुसाइड से पहले अपने मोबाइल से सारे एप अन-इंस्टॉल कर दिए। इतना ही नहीं सभी चैट भी डिलीट कर दी है। इससे जांच के दौरान पता ही नहीं चल सका कि आखिर पूरा मामला क्या है। किस गैंबलिंग एप व गेम में ऑनलाइन पैसे हार गया। पुलिस बैंक अकाउंट डिटेल और परिजनों से बातचीत के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि सुसाइड के पीछे ऑनलाइन गैंबलिंग व गेम में रुपए हारने की बात है। सभी खातों की भी जांच की जा रही है। जिससे यह साफ हो सके कि आखिर कुल कितनी रकम हारा था। जिससे उसने सुसाइड कर लिया। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि साइबर टीम जांच करके मामले का खुलासा करने का प्रयास कर रही है। बेटे की मौत के बाद पिता नितेश और मां मंजू के साथ ही तीनों बहनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। बातचीत के दौरान पिता ने बताया, उन्हें क्या मालूम था कि चंद रुपए के लिए बेटा सुसाइड कर लेगा, नहीं तो वह कभी भी उसे नहीं डांट लगाते। वह खुद को इतना कोस रहे है कि जैसे उनकी ही सारी गलती हो। उन्होंने कहा,”उन्हें तो चिंता थी कि बेटा बिगड़ नहीं जाए। इस वजह से उसे फटकार लगाई थी। लेकिन बेटे की मौत के बाद बुरी तरह से टूट गए। बोले कि भगवान ने मेरा सब कुछ छीन लिया। सिर्फ ऑन लाइन गेम और गैंबलिंग के चक्कर में फंसकर ही उनके बेटे की जान गई है। सरकार को इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। रोजाना लोग ऑनलाइन सट्टा, गेम और लोन के चक्कर में जान दे रहे हैं। उनका बेटा भी इसी का शिकार हो गया।” पुलिस की जांच के दौरान यह भी सामने आया कि नौकरी के चलते पिता के पास समय नहीं था। मां ऑनलाइन अकाउंट को हैंडल नहीं करना जानती थी। इसके चलते बेटे नितिन को पिता नितेश ने बैंक अकाउंट का ऑनलाइन होल्ड दे रखा था। इसी का फायदा उठाकर छात्र ने ऑनलाइन जुआ और सट्टे के आकर्षक व लाखों रुपए जीतने के झांसे में फंस गया और एक के बाद एक 65 हजार रुपए हार गया। पिता इस बात को लेकर उसे डांट लगाएंगे। इस डर की वजह से उसने सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में नितिन ने लिखा, “लव यू मम्मी, पापा और प्यारी बहनों। अपना ख्याल रखना और मम्मी-पापा का भी ख्याल रखना। प्रिय दी नाना, नानी और सभी को तुम संभाल लेना। पापा सॉरी, आज मुझसे फिर से गलती हो गई। मुझे पता है कि आप दो-तीन दिन गुस्सा करते हैं, फिर नॉर्मल हो जाते हैं। पर मैं आज अपनी नजरों में बहुत गिर गया हूं। पापा, मम्मी को संभालिएगा और अब उनकी आंख में आंसू नहीं आने दीजिएगा। प्रिय दी तुम्हें आईएएस बनते नहीं देख पाया सॉरी। प्रीति दी तुम्हें इंजीनियर बनते नहीं देख पाया सॉरी। और मेरी सबसे प्यारी बहन कशिश को डॉक्टर बनता हुआ नहीं देख सका। प्रिया दी, प्रीति दी और मम्मी-पापा और सबको अब तुम्हें ही संभालना है। पापा खुश रहा करिए। आपकी हंसी बहुत प्यारी है। मम्मा आप तो मेरी एंजल हो। लेकिन आज गलती के कारण मैं अब आपसे और नजरें नहीं मिला पाऊंगा। मम्मा, प्लीज रोइएगा मत लव यू ऑल पापा बहुत बड़ी गलती हो गई। सॉरी यू आर माई हीरो पापा। मम्मी मैंने फांसी लगाने की कोशिश बहुत की, लेकिन कर नहीं पाया। प्लीज मुझे अब मत ढूंढिएगा। मैं नहर में कूदकर खुद को मार लूंगा। पर मैं अब आप लोगों का सामना नहीं कर पाऊंगा। अपना ख्याल रखना आप लोग।”