परिवर्तन का समय आ गया है हमारे भगवान राम हैं।
संवाददाता।
कानपुर। नगर में रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर हर कोई राममय होना चाह रहा है। हर कोई इस पल के लिए अपना कुछ न कुछ योगदान देना चाह रहा है। इसी कड़ी में अब एलपीएस हृदय रोग संस्थान, कानपुर के प्रो. डॉक्टर नीरज कुमार राम किट बनाने के बाद पर्चे पर Rx न लिखकर उसमें Ram का नाम लिखेंगे। दरअसल, इन दिनों प्रो. नीरज कुमार मरीजों के पर्चे पर Rx की जगह राम लिख रहे हैं, वो भी बाण का चिह्न बनाकर। डॉ. नीरज कुमार का मानना है कि राम के नाम सहित लिखी गई दवाएं मरीजों को ज्यादा असर करेंगी। साथ ही हमारी सनातन परंपरा का लोगों को अहसास भी होता रहेगा। शायद आपने ध्यान दिया होगा कि कोई भी डॉक्टर दवा के पर्चे में दवाई का नाम लिखने से पहले उसके आगे Rx लिखते हैं। इसका मतलब होता है कि रेसिपी और रेसिपी का मतलब होता है कि हम जो दवा आपको दे रहे हैं, वो आप खायेंगे, दूसरा Rx का मतलब होता इजिप्ट के गॉड होरेस से है, जिनकी आंख की बनावट R जैसी थी। लेकिन ये सिंबल पश्चिमी देशों की देन है, जोकि एक जमाने से चला आ रहा है।डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि अब परिवर्तन का समय आ गया है। हमारे भगवान राम हैं। इसलिए अब पर्चे पर भगवान राम का सिंबल लिखने का समय आ गया है। यह सिंबल मैंने खुद तैयार किया है। यह सिंबल भगवान राम के कमल नयन आकर का R है और फिर उसके ऊपर धनुष बाण भी है। भगवान राम का पूरा नाम भी लिखा है। डॉ. नीरज कुमार ने कहा लोग सनातन से जुड़े यह सबसे अच्छी बात है। आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चारों ओर लोग उत्साहित दिख रहे है। यह माहौल देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। ऐसे में मुझे लगा कि चलो भगवान राम के नाम से कुछ करते है, तो मुझे लगा क्यों न इसकी शुरुआत दवा के पर्चे से करें। हम क्यों ना अपने राम के नाम का ही प्रयोग करना शुरू करें। यह सोचकर इस काम को करना शुरू कर दिया।