संवाददाता।
कानपुर। नगर में धर्मांतरण कर आशीष से यूसुफ बनने वाले नायब तहसीलदार के खिलाफ हमीरपुर जिले की कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके तहसीलदार की पत्नी की तहरीर पर पति समेत पांच लोगों को नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ दूसरी शादी करना, धर्मांतरण समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
हमीरपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह चौहान से इस विषय पर जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया की अभी तीन लोगो की गिरफ्तारी की गई है जो धर्मांत्रण कराने में शामिल थे साक्ष्य रूप में उसकी फोटो प्राप्त हुई है । उनके दूसरे विवाह का जो आरोप लगाया गया है, उसके साक्ष्य अभी तक प्राप्त नहीं हो सके हैं। विवेचना की जा रही है जैसे ही साक्ष्य मिलेंगे नायब तहसीलदार के विरुद्ध न्यायोचित कार्यवाही की जाएगी जिसमें सात साल तक सज़ा का प्रावधान है। इसके बाद देर रात छापेमारी करके निकाह कराने वाले मस्जिद के मुअज्जिन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। हनुमंत विहार कानपुर में रहने वाली आरती यज्ञसैनी उर्फ आरती ने कोतवाली थाने में तहरीर दी। आरोप लगाया कि उनके पति आशीष गुप्ता हमीरपुर मौदहा में नायब तहसीलदार पद पर तैनात हैं। बीते चार महीने से आशीष घर नहीं आए हैं। मुझे अब सोशल मीडिया और मौदहा के अन्य लोगों से जानकारी मिली है कि मेरे पति ने मुस्लिम धर्म अपना लिया है। मेरे पति के रुखसार नाम की महिला से संबंध हैं। जिसने शादी करने के लिए मेरे पति का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया। मेरे पति का 24 दिसंबर को रुखसार, उसके पिता, मौसा मुन्ना ने मौदहा आरा मशीन के पास स्थित मस्जिद के मौलवी बाबू आढती व अन्य चार-पांच लोगों ने मिलकर मेरे पति का धर्म परिवर्तन कराया और रुखसार से निकाह करा दिया। मामले का संज्ञान लेते हुए कोतवाली पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर तहसीलदार, रुखसार, रुखसार के पिता, मौसा और मौलवी बाबू आढती समेत पांच नामजद और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 की धारा और शादीशुदा होने के बाद भी दूसरी शादी करने के पर आईपीसी की धारा-494 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। इसके साथ ही छापेमारी करके तहसीलदार और मौलवी को देर रात अरेस्ट कर लिया। मौदहा के नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के धर्मांतरण की चर्चा कई दिनों से कस्बे में चल रही थी, लेकिन बीते मंगलवार को नमाज पढ़ते फोटो वायरल होने पर प्रशासन की नींद टूटी। इसके बाद इसकी जांच तहसीलदार बलराम गुप्ता को सौंपी गई। इसी बीच बुधवार की सुबह 11 बजे नायब तहसीदार की पत्नी आरती गुप्ता ने एसपी डा. दीक्षा शर्मा से मिलकर उन्हें जानकारी दी। बताया कि मेरे पति आशीष गुप्ता बीते चार महीनों से घर नहीं आए हैं। आज ही सुबह इंटरनेट मीडिया से पता चला कि उन्होंने मतांतरण कर मुस्लिम धर्म अपना लिया। मौदहा निवासी रुख्सार नाम की महिला से प्रेम संबंध हैं। इसी महिला ने निकाह करने के लिए पति पर दबाव बनाया गया। बताया कि बीती 24 दिसंबर को मेरे पति को कस्बे स्थित आरा मशीन में ले जाया गया। इस दौरान यहां पहले से ही मौजूद रुख्सार के पिता, मौसा मुन्ना व मस्जिद के मुअज्जिन मुश्ताक समेत पांच लोग मौजूद थे। सभी ने मिलकर उनका धर्मांतरण करा दिया। नायब तहसीलदार से निकाह और धर्मांतरण कराने वाली रुखसार कुछ महीने पहले मोहल्ले के चबूतरे को लेकर हुए विवाद की शिकायत करने तहसीलदार आशीष गुप्ता के पास पहुंची थी। इसके बाद दोनों के बीच मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हुआ। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि बुर्के वाली लड़की रोजाना नायब तहसीलदार के पास आने लगी। इसके बाद उनके कमरे पर भी जाने लगी। इस बात को लेकर दफ्तर के अन्य लोगों ने नकाब पहनकर रोजाना आने वाली रुख्सार का विरोध भी किया था। लेकिन नायब तहसीदार आशीष गुप्ता ने किसी की नहीं सुनी और उसका आना-जाना लगातार जारी रहा। वहीं दिनभर मोबाइल फोन से बात करने पर भी स्टाफ से कई बाद विवाद हुआ था। आशीष ने किसी की एक नहीं सुनी घर-परिवार छोड़ा और नौकरी को भी ताक पर रखकर रुखसार से निकाह कर लिया।