संवाददाता।
कानपुर। रेलबाजार पुलिस ने एक महिला समेत तीन गांजा तस्करों को 12.500 ग्राम गांजा के साथ मंगलवार को अरेस्ट किया है। तीनों उड़ीसा से ट्रेन के जरिए पिट्ठू बैग में गांजा लाकर कानपुर में बेचते थे। वहां से 3 हजार रुपए किलो में गांजा खरीदते और कानपुर में 32 हजार रुपए किलो. तक बिक जाता था। पूछताछ के दौरान सामने आया कि गांजा की सबसे ज्यादा खपत स्टूडेंट बेल्ट में है। एडीसीपी ईस्ट आकाश पटेल ने बताया कि रेलबाजार थाना प्रभारी विजय दर्शन शर्मा ने गांजा तस्करों के अंतरराज्यी गैंग का खुलासा किया है। मुखबिर की सटीक सूचना पर तीन मादक पदार्थ तस्करों को अरेस्ट किया है। तीनों ने पूछताछ में अपना नाम खाड़ेपुर नौबस्ता निवासी मरदान सिंह उर्फ गुड्डन, उड़ीसा निवासी शरद साहू उर्फ कालिया और उड़ीसा निवासी लक्ष्मी प्रधान को अरेस्ट किया है। पूछताछ में पता चला कि तीनों का इस्तेमाल सिर्फ कैरियर के रूप में किया जा रहा था। ये तीनों उड़ीसा से 3 हजार रुपए किलो गांजा खरीदते थे। कानपुर में थोक में 8 हजार रुपए और पुड़िया बनाकर फुटकर में 32 हजार रुपए किलो तक बेच लेते हैं। जांच में पता चला कि गांजा तस्कर तीनों को सिर्फ कैरियर के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। जबकि मेन सरगना कोई और है। तीनों से मिले मोबाइल नंबर समेत अन्य साक्ष्य से पड़ताल करके पुलिस अब गैंग के सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। तस्करों ने बताया कि कानपुर की स्टूडेंट बेल्ट में सबसे ज्यादा गांजा की खपत है। कानपुर यूनिवर्सिटी से लेकर एचबीटीयू, सीएसए और काकादेव की कोचिंग मंडी में जमकर गांजा बिकता है। इन सभी यूनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थानों के आसपास पान की दुकानों और अन्य तरीके से गांजे की तस्करी करते हैं।