संवाददाता।
कानपुर। नगर में पिता ने अपनी दुधमुंही बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह भागने की फिराक में था, लेकिन परिवार और गांव वालों ने दौड़ाकर उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे पेड़ से बांधकर जमकर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। मामला सेन पश्चिम पारा इलाके के तुलसियापुर गांव का है। तुलसियापुर गांव में रहने वाले राजीव राजपूत का अपनी पत्नी नेहा से आए दिन झगड़ा होता था। घर में राजीव के अलावा उसका 5 साल का बेटा आर्यन, डेढ़ साल की बेटी सपना और मां सुशीला और बड़ा भाई संजीव भी रहते हैं। राजीव ने बताया कि गुरुवार रात को पत्नी से मारपीट हो गई थी। उसे आशंका थी कि पत्नी उसकी हत्या कर देगी। इसी के चलते उसने अपनी डेढ़ साल बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। शुक्रवार सुबह जब परिजन सोकर उठे, तो नीचे कमरे में बेटी का शव पड़ा देखा। इसके बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई। इस दौरान हत्यारोपी पिता राजीव घर के बाहर बैठा था। परिवार वालों को शक था कि राजीव ने ही बेटी को मारा है। उन्होंने राजिव को पकड़ने की कोशिश की, तो वह भाग निकला। मगर, गांव के लोगों की मदद से राजीव को उसके परिवार के लोगों ने दबोच लिया। इसके बाद उसे गांव में ही एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। इस दौरान राजीव ने बताया कि उसे आशंका था कि पत्नी उसकी हत्या कर देगी। इस बात को लेकर वह इतना आक्रोश में आया कि उसने झल्लाहट में बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। सूचना पर सेन पश्चिम पारा एसओ पवन कुमार और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने जांच कर मौके से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पिता को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। राजीव राजपूत मूलरूप से मैनपुरी के बीरपुर गांव का रहने वाला है। वह पत्थर घिसाई का काम करता है। 8 साल पहले उसकी शादी कानपुर के मड़ीखेड़ा कल्याणपुर की रहने वाली नेहा राजपूत से हुई थी। शादी के बाद राजीव तुलसियापुर गांव में रहने लगा था। यहां वह कैलाश के मकान में किराए पर रहता है। नेहा ने बताया, ”मेरा पति राजीव शराब पीने का लती है। वह बार-बार मुझे मायके से रुपए लाने को कहता है। दो दिन पहले भी उसने 50 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन मेरे घरवालों ने रुपए देने से इनकार कर दिया था। इसी बात को लेकर उसने गुरुवार को मुझे जमकर पीटा था और घर में बवाल मचा रखा था। इसके बाद रात को जब छत पर पूरा परिवार सो रहा था, राजीव डेढ़ साल की बेटी को नीचे लेकर उतरा। नीचे उसने गला घोंटकर बेटी की हत्या कर दी। हत्याकांड की जानकारी मिलते ही नेहा के मामा ओम प्रकाश, गुलाबराज और भाई शनि राजपूत समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे। शुक्रवार सुबह जब नेहा अपनी बच्ची को खोजते हुए कमरे में पहुंची, तो वह दंग रह गई और चीखने-चिल्लाने लगी। बेटी के हाथ-पैर ठंडे पड़ चुके थे और गर्दन पर काला निशान पड़ा था। नेहा के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर मकान मालिक कैलाश और गांव के लोग भी दौड़कर घर के भीतर पहुंच गए। इस दौरान कैलाश ने बताया कि देर रात राजीव बेटी को लेकर नीचे कमरे में गया था। इससे नेहा समझ गई कि पति ने ही उसकी हत्या की है। इसके बाद से वह पूरी रात सो नहीं पाया। वह घर के आसपास और बाहर टहल रहा है। इस पर गांव के लोगों ने दौड़ाकर राजीव को दबोच लिया और पीटने के बाद सेन पश्चिम पारा थाने के हवाले कर दिया। पूछताछ में राजीव ने हत्या की बात स्वीकार भी कर ली। इस हत्याकांड की जानकारी मिलते ही सेन पश्चिम पारा एसओ पवन कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम भी जांच के लिए पहुंची। पूछताछ और जांच के दौरान यह साफ हाे गया कि पिता राजीव ने ही हत्या की है। उसके हाथ में एक प्लास्टिक का डंडा था। पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट की मानें, तो गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका है। गले पर काले रंग का निशान बना हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत का कारण साफ हो जाएगा। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि हत्यारोपी पिता को मौके से अरेस्ट कर लिया गया है। प्राथमिक जांच और पूछताछ में यह साफ हो गया है कि पिता ने ही बच्ची को गला घोंटकर मारा है। पत्नी से झगड़े के बाद पिता ने इस वारदात को अंजाम दिया है। हत्या की एफआईआर दर्ज करके उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। नेहा ने बताया कि बेटी पैदा होने के बाद से ही पति राजीव ने मारपीट करना शुरू कर दिया था और घर में कलह बढ़ गई थी। वह बात-बात पर कहता था कि इसकी जिम्मेदारी कौन उठाएगा? मायके से पैसे लाने के लिए मारपीट और अलग-अलग तरह से प्रताड़ित करता था। वारदात वाली रात भी पूरा परिवार छत पर सोया था, लेकिन उसने बेटे को हाथ तक नहीं लगाया। बेटी को चुपचाप उठा ले गया और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।