संवाददाता।
कानपुर। नगर में आज भारतीय और रूसी ज्ञान प्रणाली पर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर और पेंजा स्टेट यूनिवर्सिटी, रूस ने संयुक्त रूप से दो दिवसीय ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम में आईआईटी रुड़की व कानपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने अलग-अलग विषय में व्याख्यान दिए। वहीं, पेंजी स्टेट विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने भी अपनी संस्कृति से रुबरू कराया। सम्मेलन के पहले दिन छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की तरफ से आईआईटी रुड़की के प्रो. नचिकेता तिवारी ने फोनेटिक्स इन संस्कृत लैंग्वेज, यूनिवर्सिटी के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने इंडियन ट्रेडिशनल आयुर्वेदिक सिस्टम ऑफ मेडिसिन: द साइंस ऑफ लाइफ, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार गौरीशेट्टी ने संस्कृत लैंग्वेज एंड इंडियन नॉलेज सिस्टम इन हायर टेक्निकल एजुकेशन पर, गुरुकुल कांगडी डीम्ड विश्वविद्यालय के सेण्टर फॉर कैनेडियन इंग्लिश के निदेशक डॉ. श्रवण कुमार शर्मा ने इंडियन मॉडल ऑफ हैप्पी लाइफ, पंजाब यूनिवर्सिटी की प्रो. शिवानी शर्मा ने योग, योजना और अनासक्ति-फाउंडेशन ऑफ इंडिक स्टडीज पर अपने व्याख्यान दिए। वहीं, कार्यक्रम के दूसरे दिन रूस की पेंजा स्टेट यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रो. डॉ. सेर्गेई वासिन वाईस रेक्टर पीएसयू ने इमरजेंसी रिस्पांस एंड लॉन्ग-टर्म चंगेस इन द सोशल एंड इकनोमिक सिस्टम्स ऑफ कन्ट्रीज: पान्डेमिक एज अ फैक्टर पर, डिपार्टमेंट ऑफ नैनो एंड माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रो. डॉ. इगोर प्रोनिन ने नैनोटेक्नोलाजी इन आर्ट: एविडेंस फ्रॉम रुस्सियन एंड फॉरेन स्टडीज पर, डिपार्टमेंट ऑफ थ्योरी एंड प्रैक्टिस ऑफ सोशल वर्क की प्रो. डॉ. तातियाना स्कोरोखोदोवा ने द बंगाल रेनैस्संस: द एक्सपीरियंस एंड द रिजल्ट ऑफ फिलॉसफिकल रिसर्च, डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेन लैंग्वेज की एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. नातलिआ कोस्तिना ने प्रोब्लेम्स एंड पर्सपेक्टिव ऑफ टेक्स्ट लिंग्विस्टिक्स : रुस्सियन एंड फॉरेन पॉइंट ऑफ व्यू पर व्याख्यान दिया।इसके अतिरिक्त सम्मेलन में भारत और रूस की तरफ से 150 से ज्यादा छात्रों ने अपने पेपर प्रस्तुत किए। सम्मलेन का समापन दोनों देशों के राष्ट्र गान के साथ किया गया। कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने सम्मलेन के सफल आयोजन पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों को बधाई दी तथा आगे भी इस तरह के आयोजनों का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ. अनिल यादव, प्रो. आरके द्विवेदी, डायरेक्टर सीडीसी प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव प्रो. रॉबिन्स पोरवाल, डॉ. हिमांशु त्रिवेदी, डॉ. अंजू दीक्षित, डॉ. विशाल शर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।