
संवाददाता
कानपुर। गंगा नदी उफान पर है। नदी का पानी तेजी से चढ़ रहा है। इससे गंगा किनारे के 2 हजार घरों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यहां करीब 8 से 10 हजार लोग बाढ़ के खौफ में जी रहे हैं।
गंगा किनारे के करीब 8 गांवों में रहने वाले लोगों की नींद उड़ी हुई है।
रामा निहालपुर, नत्था पुरवा, बड़ा मंगलपुर, छोटा मंगलपुर, पहाड़ीपुर, रामपुर, दिबुनी पुरवा और चैनपुरवा गांव बाढ़ के खतरे से प्रभावित हो सकते है। लोगों ने बताया कि बाढ़ का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। मन में दहशत है कि कब पानी गांव में घुस जाएगा। गंगा नदी के किनारे कटान भी शुरू हो गया है। इससे गांव वालों की बेचैनी और बढ़ गई है कि किनारे वाले घर काटन के कारण गिर जाएंगे।
रामा निहालपुर गांव के एक बुजुर्ग ने कहा कि सब मजबूरी है, इसे झेलना ही पड़ेगा। इस बार पानी समय से पहले बढ़ रहा है, इसलिए डर ज्यादा लग रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत पालतू पशुओं के चारे को लेकर है। इसके अलावा जब यहां पानी भर जाता है, तो मगरमच्छ तक दिखाई देने लगते हैं।
चैनपुरवा गांव के खेतों का कटान शुरू हो गया है। कई लोगों के खेत गंगा में जलमग्न हो गए हैं।
कानपुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा धीरे-धीरे उफान की ओर बढ़ रही है। जलस्तर बढ़ने के कारण अटल घाट की सीढ़ियां भी पानी में डूब गईं हैं।
गंगा की अपस्ट्रीम पर जलस्तर 112.900 मीटर और डाउन स्ट्रीम में 111.580 मीटर रहा। शुक्लागंज की तरफ भी जलस्तर बढ़कर 110.180 मीटर पर पहुंच गया। गंगा बैराज के 30 गेटे खोले जाने के बाद गंगा बैराज की अपस्ट्रीम पर जलस्तर 112.600 मीटर और डाउन स्ट्रीम में 111.800 मीटर पर रहा।
सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि 3 जुलाई को हरिद्वार से 55 हजार 370 क्यूसेक और नरौरा से 42 हजार 160 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गुरुवार को जो पानी डिस्चार्ज किया गया है, उसकी मात्रा में कमी आई है। बैराज से 62 हजार 153 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया।
जिससे शुक्लागंज की तरफ और जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जलस्तर बढ़ने के कारण बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही गेटों की मरम्मत का कार्य भी जारी है।आपदा प्रबंधन अधिकारी जुगबीर सिंह ने बताया कि बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए सारे इंतजाम किए गए है। लोगों को कहां ठहराना है या कहां से उन्हें कैसे ले जाना इन सभी का इंतजाम कर लिया गया हैं। इसके अलावा सभी घाटों पर भी नाविक तैनात हैं।