—हर.. हर.. महादेव
—पहलवान की ठन्डा्ई पीकर सभी होते हैं शिव की भक्ति में लीन।

आ स. संवाददाता
कानपुर। ठंडाई एक पारंपरिक भारतीय पेय पदार्थ है, जिसका आनंद सदियों से लिया जा रहा है। खासकर शिवरात्रि और होली के दौरान इसे पीने का अपना अलग महत्व है। यही वजह है कि इस दौरान लोग अलग-अलग तरह की ठंडाई पीकर होली का जश्न मनाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कानपुर नगर में आखिर ठंडाई की दुकानों में शुमार पहलवान ठन्डाई भण्डार में महाशिवरात्रि के लिए खास प्रकार की ठन्डाई की पेशकश की जाती है।जनरल गंज स्थित पहलवान की ठंडाई वाली दुकान में 12 से भी ज़्यादा चीज़ों का मिश्रण से तैयार की जाती है। वैसे तो आम दिनों में यहां पर लगभग 1 से दो हजार ही ग्राहक दुकान पर इसका सेवन करने आते हैं लेकिन शिवरात्रि और होली के अवसर पर इनकी संख्या 5 हजार तक पहुंच जाती है। विशेषता इतनी है कि शिव भक्त इस ठंडाई को बिना पीए नहीं जा सकते।
लगभग तीन पीढियों से दुकान का संचालन कर रहे वेद प्रकाश के मुताबिक “ठंडाई” हिंदी शब्द “ठंडा” से लिया गया है। यह पेय दूध, नट्स और मसालों के मिश्रण से बनाया गया है। बात करें इसके इतिहास की, तो ऐसा माना जाता है कि ठंडाई को सबसे पहले भगवान शिव को अर्पित की गई थी और यह महाशिवरात्रि के दौरान भी लोकप्रिय है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ है।
वहीं, इसे लेकर प्रचलित एक और मान्यता के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि महाशिवरात्रि यानी शादी के बाद भगवान शिव के एक तपस्वी जीवन से पारिवारिक जीवन में लौटने का जश्न मनाने के लिए होली पर भांग की ठंडाई पी जाती है। ठंडाई का पहला रिकॉर्ड 1000 ईसा पूर्व का है, जिसकी वजह से यह देश का सबसे पुराना पेय पदार्थ माना जाता है।ठंडाई निस्संदेह कांजी के अलावा होली से जुड़े सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है और इसे अक्सर गलत समझा जाता है। बहुत से लोग मानते हैं कि इसमें भांग मिलाई जाती है, जो भांग के पत्तों से बनती है। हालाँकि, ऐसा हमेशा नहीं होता कि ठंडाई में भांग मिलाई जाती है। ऑनलाइन ठंडाई की कई रेसिपी मिल सकती हैं और ‘भांग ठंडाई’ उनमें से एक है।
यह पेय पदार्थ ठन्डाई शिवरात्रि और होली के अवसर पर हर नुक्कड में लगभग मिल ही जाती है और यह कुछ ऐसा है जो शरीर को अंदर से शांत करते हुए गर्मी से तुरंत राहत प्रदान कर सकता है। जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है, शरीर भी बदलाव से गुजरता है और इस तरह रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। यह ड्रिंक रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए चमत्कार कर सकती है और ध्यान रहे, यह न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करती है बल्कि आंत के स्वास्थ्य को भी मजबूत करती है। इसके अलावा, ठंडाई पेट फूलने में मदद करते हुए ऊर्जा के स्तर, याददाश्त, त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है। खैर, ये कुछ ऐसी चीजें हैं जो किसी को भी हैरान कर सकती हैं, लेकिन इन कारणों से ठंडाई एक जरूरी पेय है।