March 13, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। नगर के गीता नगर निवासी  बाराबंकी के रिसर्च कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के साथ साइबर ठगों ने 5.55 लाख रुपए की ठगी कर दी है। ठगों ने उनकी पत्नी  की बंद पड़ी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का पैसा रिफंड करवाने के नाम पर इस ठगी को अंजाम दे  दिया। रिसर्च कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने मामले में साइबर थाना पुलिस को तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दी है। 
गीता नगर के श्याम लीला पार्क अपार्टमेंट निवासी अरविंद कुमार बाराबंकी में रिसर्च कृषि विभाग में डिप्टी डायरेक्टर है। उनके मुताबिक उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर उन्होंने मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी से आठ पॉलिसियां ली थी। कोविड काल में इनमें से चार पॉलिसियों के प्रीमियम का भुगतान वह किन्हीं कारणों से नहीं कर सके। जिसके कारण वह बंद हो गई। बाकी की चार का सेटलमेंट एमाउंट उनके द्वारा जमा किया जा रहा था। 

अरविन्द के पास एक फोन आया और फोन करने वाले ने खुद को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस का अधिकारी बताया। उसने समझाया कि उनकी चार बंद पॉलिसियों में अच्छा खासा पैसा पड़ा हुआ है। जिसमें कुछ कागजी कार्रवाई और औपचारिकता के साथ सरकारी टैक्स जमा करने पर वह पैसा रिलीज हो सकता है। 
अरविन्द को विश्वास में लेने के लिए ठगों ने उनकी बंद पड़ी पॉलिसी के कूटरचित दस्तावेज भी अधिकारी को भेज दिए। उन दस्तावेजों में भी रकम के बारे में जानकारी दी गई थी। इस पैसे को रिलीज करने के लिए शातिर ठगों ने कागजी कार्रवाई और विभिन्न प्रकार के चार्ज जैसे एसटीजीसी, एनओसी चार्ज, अतिरिक्त एनओसी चार्ज, फंड चार्ज आदि जमा करने के लिए कहा। साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि फंड रिलीज होने के साथ लिया जा रहा बाकी पैसा भी अन्य अन्य मदों में रिलीज कर दिया जाएगा। जब वह पूरी तरह से साइबर ठगों के झांसे में आ गए। तब ठगो ने तीन बार में उनसे अलग अलग खातों में 5.50 लाख रुपए जमा करा लिए। इसके बाद फोन बंद कर लिया।
शातिरों ठगो ने जिन बैंक खातों में रुपए मंगाए वो बंधन बैंक की चेम्बूर शाखा के खाते थे। जब आरोपियों ने फोन बंद कर लिया, तब अरविन्द को समझ आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने साइबर थाना में तहरीर दी। 

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के बारे में जानकारी मिली है। जिन खातों में पैसा गया है उसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।