आ स. संवाददाता
कानपुर। दिनरात मेहनत करके तैयार की गई धान की हरीभरी फसल को आवारा छुट्टा पशुओं ने खाकर तहस नहस कर दिया, जिससे दुखी होकर किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी।
बिल्हौर कस्बे के महात्मा गांधी नगर के निवासी रामप्रसाद खेती किसानी का काम करते थे। उनके दो बेटे और चार बेटियाँ हैं। उनकी दोनो बेटियों की शादी हो चुकी है। उन्होंने अपनी जमीन और अपने भाइयों की लगान पर ली गई पूरी जमीन पर धान की फसल लगा रखी थी। धान की फसल लगभग तैयार हो गई थी, लेकिन छुट्टा जानवर उनकी सारी फसल चर गए ।
जबसे रामप्रसाद की फसल बुरी तरह से नष्ट हो गई थी, तब से वह बहुत परेशान रहते थे। परिजनों के अनुसार वह भोजन करने के बाद घर में लेट गए थे और रात में किसी समय बिना बताये घर से निकल गए। घर से कुछ ही दूरी पर खेतों की तरफ खड़े एक आम के पेड़ में उन्होंने रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आस-पड़ोस के लोगों ने रामप्रसाद को फांसी पर लटका देख कर उनके परिजनों को सूचना दी। परिजनों के जानकारी देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल शुरू की और शव को फांसी से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है ।
पुलिस के अनुसार मृतक के परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।