कानपुर। महानगर में भवन निर्माण के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की अनुमति जरुरी है। अनुमति के अनुसार ही मानक के अनुरुप भवन बनाये जा सकते हैं, लेकिन केडीए कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध बहु मंजिला इमारतें बन गईं हैं जो कभी भी हादसे का शिकार हो सकती हैं। ऐसा आरोप लगा भाजपा जिलाध्यक्ष दीपू पाण्डेय ने केडीए उपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। भाजपा जिलाध्यक्ष उत्तर दीपू पाण्डेय ने लिखे पत्र में कहा कि केडीए पूरे शहर में बनने वाले भवनों की निगरानी रखता है। इसके बावजूद बिना मानक के बहु मंजिला इमारतें बन गईं हैं और निर्माणाधीन भी हैं। खासकर सघन आबादी वाले चमनगंज, श्रीनगर, प्रेम नगर मोहल्लों में 100 गज के अंदर जमीन पर पांच से छह मंजिला इमारतें मानक के विपरीत बन गई हैं। कुछ जगहों पर अभी भी केडीए अधिकारियों व कर्मचारियों की सांठगांठ से अवैध इमारतें निर्माणाधीन हैं। उन्होंने केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्व्याल से अपेक्षा की है कि ऐसे मानक के विपरीत बन रहे बहु मंजिला भवनों को तत्काल प्रभाव से रुकवाने के निर्देश दें। दीपू पांडे ने शुक्रवार को बताया कि ये इमारतें मानक के विपरीत हैं और कभी बड़ी दुर्घटना की वजह बन सकती है जिससे व्यापक जनहानि हो सकती है। जिला अध्यक्ष दीपू पांडे ने उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिख कर जनहित को देखते हुए ऐसे निर्माण को संरक्षण दे रहे अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।