कानपुर। मन्दिर का पता पूछने के बहाने भरी दोपहर महिला को रोककर उनके साथ लूटपाट करने वाले दो शातिर लुटेरों को बिठूर की सक्रिय जनता ने दौडाकर पकड लिया। लूट करने वाले दोनों किशोरों को भीड़ ने पकड़कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया । पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि किशोर गांजा पीने के लती हो गए थे इसके चलते उनके ऊपर कर्ज भी हो गया है। नशे की लत पूरा करने और कर्ज उतारने के चक्कर में चेन लूट शुरू कर दी थी। पकड़े गए लुटेरों की पहचान सिंहपुर कछार निवासी 20 साल के अनुराग और इसी मोहल्ले में रहने वाले अनुराग का हमउम्र उसका दोस्त आकाश के रूप में हुई। भीड़ ने दोनों की पिटाई करने के बाद बिठूर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया। एसीपी कल्याणुपर अभिषेक पांडेय ने बताया कि बिठूर के शिवा बिहार कोठी में रहने वाले आईआईटी से रिटायर कार्यालय अधीक्षक अजय श्रीवास्तव की पत्नी ज्योति से लूट हुई थी। ज्योति गुरुवार देर शाम पड़ोसी चेतना तिवारी के साथ नंगापुरवा बिजली घर के पास हनुमान मंदिर दर्शन करने गई थीं। बेखौफ लुटेरे ने मंदिर के अंदर आकर पूछा माता जी क्या यह प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है…? रही थीं। ज्योति जब तक जवाब देंती उन्होंने बताया कि लड़के ने हनुमान जी के पैर छुए और फिर मेरी गले की चेन तोड़कर भागने लगा। ज्योति की चीख सुन मंदिर के बाहर मौजूद गांव के ही करन, प्रद्युम्न और विपिन ने दो लुटेरों को दौड़ाकर दबोच लिया। जबकि तीसरा साथी मौके से भागने की कोशिश की लेकन जनता की सक्रियता के आगे पूरी तरह से बेबस हो गये जनता के हत्थे चए गए। बिठूर थाने की पुलिस ने दोनों लुटेरों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।सामने आया कि लुटेरे अनुराग के पिता पिता फूलचंद्र कठेरिया पीडब्ल्यूडी विभाग में बेलदार हैं। जबकि आकाश के पिता गैस एजेंसी में कर्मचारी हैं। पुलिस ने दोनों के परिजनों से बात की तब पता चला कि दोनों दोस्त कोचिंग का हवाला देकर घर से निकलते थे। इसके बाद दोनों नशे के लती हो गए और हजारों रुपए दोस्तों का कर्ज भी हो गया था