कानपुर। लोक सभा चुनाव के बाद दिशा की पहली बैठक जनप्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन के अफसरों के साथ हुई। बैठक का शुभारंभ बारी-बारी से अफसरों के परिचय के साथ किया गया। इसके बाद हाल में जारी सीएम डैश बोर्ड रैंकिंग की योजनावार प्रगति एलईडी के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को दिखाई गई। बैठक में बिजली, पानी, सड़क, पेंशन समस्याओं का मुद्दा छाया रहा। सबसे ज्यादा 427 विद्युत बिल सुधार की शिकायतें लंबित होने पर सांसद से लेकर विधायक तक बिजली विभाग के अफसरों पर भड़क गए। जनप्रतिनिधियों और जिले के सभी विभागों के अफसरों के साथ शुक्रवार को सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में आयोजित परिचयात्मक बैठक में कहा गया कि लोग परेशान होकर बिजली घरों के चक्कर काट रहे है । मनमानी बिल आ रहा है , जब मन आता बिजली काट दी जाती है। ये व्यवस्था कब सही होगी। इस बात पर दक्षिणांचल विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद केस्को एमडी ने किसी तरह शांत कराया और एक माह में सारी दिक्कतें दूर कराने की बात कही। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम क्षेत्र की विद्युत बिल सुधार की सबसे ज्यादा शिकायतें लंबित थी। जिस पर एमएलसी अरूण पाठक बोले बिजली विभाग से पूरा शहर परेशान है। गर्मी में कहा जा रहा था, पेड़ों की छटाई चल रही इसलिए लाइट काटी जा रही हैं। लेकिन अब भी वही बात कहकर बिजली काटी जाती है। तो कब तक यही बहाना बनाते रहोगे। जेई फोन नहीं उठाते हैं। जिस पर केस्को एमडी ने कहा कि अब पेड़ों की छटाई नहीं हो रही है। अगर पेड़ गिरता है तो लाइट काटी जाती है। अब कोई समस्या हो मुझे बताएं। समय पर समस्या निस्तारित होगी। महापौर ने कहा जो कटिया डालते हैं उन्हें नहीं पकड़ा जाता है। विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा तात्याटोपे नगर में छज्जों पर लटक रहे तारों पर विभागीय कर्मचारियों का ध्यान दिलवाया तो सभी बगलें झांकने लगे। उन्होंने विभाग की लापरवाही से किसी की मौत जवाब देही तय पर डीएम से सवाल किया तो यह बात सुनकर डीएम ने केस्को एमडी से इस समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करने की बात कही। वहीं ज्यादा बिल आने की बात पर केस्कों एमडी ने कहा साफ्टवेयर की दिक्कत है इसलिए ऐसा हो रहा। जल्द ही सभी बिलों में सुधार किया जाएगा। वहीं शिवराजपुर में बनी सड़क मानक के अनुरूप निर्माण न होने पर सांसद अशोक रावत आरईडी के अधिशाषी अभियंता पर भड़क गए।सांसद ने कहा, दो बार जांच में सड़क गुणवत्ता के मानक फेल आए थे। इसके बाद आपने न तो जांच की न ही सड़क का निर्माण सही कराया। ये लापरवाही सही नहीं है। डीएम ने अधिशाषी अभियंता को मौके पर जाकर सड़क की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद जिलाधिकारी ने सभी जनप्रतिनिधियों के उनके क्षेत्र की समस्याएं मांगी और अगली बैठक में उसकी समीक्षा करने की बात कही। बैठक के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा का नंबर आया तो सांसद भोले सिंह ने पोस्टमार्टम हाउस में आ रही समस्याओं का मुद्दा उठाया। जिस पर उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम हाउस की अव्यवस्थाओं को सुधारा जाए। जल जीवन मिशन की समीक्षा की बात उठी तो सांसद से लेकर विधायक, ब्लाक प्रमुख सभी भड़क गए। सांसद भोले बोले, जब से योजना शुरू हुई तब से विभाग सिर्फ झूठी रिपोर्ट दे रहा। इनकी जो भी योजनाएं पूरी हो गईं उनकी जांच कराएं। कहीं टंकी नहीं तो कहीं पर सोलर का कनेक्शन तक नहीं कराया। इनकी जांच कराकर सभी के खिलाफ कार्रवाई करें। सरसौल के सलेमपुर गांव की टंकी का कनेक्शन काटने पर नाराजगी जताई। डीएम ने सीडीओ से टीम गठित योजना की जांच कराने के निर्देश दिए।