कानपुर। कानपुर के हैलट अस्पताल स्थित प्रधानमन्त्री जन औषधि केन्द्र पर कम कीमत की दवाईयों को ज्यादा कीमत पर बेचे जाने की शिकायत पर सीएमओ ने टीम के साथ केंद्र पर छापेमारी की। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सीएमओ ने यह एक्शन लिया। शिकायत मिली थी कि मेडिकल स्टोर के संचालक जमकर धांधली कर रहे हैं। इसके बाद गुरुवार को हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने छापेमारी की। इससे मेडिकल स्टोर में काम करने वालों के बीच हड़कंप मच गया। इन केंद्रों में छह सौ से लेकर 12 सौ दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन हैलट अस्पताल में स्थापित जन औषधि केंद्र में सिर्फ 55 तरह की ही दवाएं उपलब्ध है और मरीजों व उनके तीमारदारों को दवा बिक्री करने पर बिल भी नहीं दिया जा रहा है। हैलट अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 2 से 3 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल में अगर कोई दवा नहीं उपलब्ध हो पाती है तो वह दवाएं कम रेट पर मरीज को मिल सके, इसके लिए ओपीडी गेट पर ही प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र स्थापित किया गया है, लेकिन वर्तमान वहां भी टोटा चल रहा है। जनऔषधि केंद्र का पिछले कई माह से चल रहा है। इसको लेकर डॉ. आरके सिंह के पास कई बार शिकायत जा चुकी है। खास बात तो ये है कि जो दवाएं इस केंद्र से बेची जा रही है, उसको किसी भी ग्राहक को बिल तक नहीं दिया जा रहा है। इसलिए मन माने ढ़ग से अधिक पैसे वसूल कर खूब बिक्री कर रहे हैं। डॉ.आरके सिंह पहले पास खड़े होकर केंद्र से दवा लेकर निकल रहे ग्राहकों को देखते रहे कि बिल दिया जा रहा है कि नहीं। उसके बाद उन्होंने केंद्र में मौजूद कर्मचारियों से जानकारी की। पता चला कि बिल के केंद्र में कोई सुविधा ही नहीं है। न ही कंप्यूटर सिस्टम और न ही प्रिंटर मशीन लगी है और न ही दवा की कोई लिस्ट लगी हुई थी।
फ़ोटो। फटकार लगाते अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आर के सिंह