कानपुर। आतंकी हमले से बमुश्किल जान बचने वाले नगर के दिनेश गुप्ता को अभी भी मौत का मंजर सामने आखों के सामने आकर उन्हे रोने के लिए विवश कर रहा है। उन्होंने हमले पर अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि मौत नही आयी तो जिन्दा हैं बस। उन्होंने बताया कि बस से उतर कर जिस यात्री ने भी भागने की कोशिश की आतंकी उसे गोली मर रहे थे। दिनेश ने बताया कि ‘पहाड़ों के बीच में छिपे आतंकवादियों ने पहले बस के टायरों में गोली मारी, फिर इसके बाद ड्राइवर को निशाना बनाया, जब बस पलट कर गिर गई तो उससे जिस किसी ने भी वहां पर भागने की कोशिश की फिर उस पर अटैक किया गया। लगभग चार से पांच आतंकवादी ऊपर की तरफ से गोलियां बरसा रहे थे। यह सभी लोग काले रंग के कपड़े पहने थे। फिर चीख पुकार मचने लगी तब लगा कुछ हो गया है, जब बस से बाहर निकल कर भागने की कोशिश की तो इसी बीच पैर पर एक के बाद एक दो गोली लगी। समझ नहीं आ रहा था की क्या हुआ। लगातार गोली चलने से पूरा माहौल अफरा तफरी वाला था, जब कई लोगों के गोली लगी तब पता चला कि आतंकियों ने हमला बोल दिया है। यह जुबानी है कानपुर के जवाहर नगर निवासी दिनेश गुप्ता की जो की जम्मू के सरिया में आतंकी हमले में घायल हुए थे। उन्होंनने बताया कि सभी लोग बस में बैठकर शिवखोड़ी से वापस वैष्णो देवी की तरफ बस से जा रहे थे। बस में बैठकर सब हंसी-खुशी बात कर रहे थे। इसी बीच पहले तो गोलियों की आवाज सुनकर ऐसा लगा जैसे हाई टेंशन लाइन की आवाज हो, लेकिन अचानक से बस बहकी और सीधे खाई में जा गिरी। दिनेश ने कहा कि ‘किसी तरह बस से निकलकर सुरक्षित स्थान पर भागने की कोशिश की, वैसे ही आतंकवादी ने बाएं पैर में गोली मार दी। लगातार गोली चलने की वजह से समझ नहीं आ रहा था किधर की ओर भागे। दोबारा फिर जैसे ही उठे तो फिर आतंकवादी ने दूसरी गोली उसी पैर में मार दी। इसके बाद मैं वहीं पर अचेत होकर गिर पड़ा।दिनेश ने बताया कि ‘पत्थर से टकराने के कारण सिर फट गया था, पैर से खून बह रहा था, आंखों के सामने सब कुछ धुंधला धुंधला सा दिखाई दे रहा था। बस ऐसा लग रहा था कोई आए और जान बचा ले क्योंकि आतंकवादी ऊपर की तरफ से गोली चला रहे थे और हम सभी उनके नीचे थे। पहली गोली चलने से लेकर अंतिम गोली तक आतंकवादी बिना रुके गोलियां बरसा रहे थे। लगभग 10 से 15 मिनट तो वह लोग बिल्कुल भी नहीं रुके, जिस तरफ लोग भाग रहे थे उसी तरफ गोलियां चल रही थी। कोई पत्थरों के बीच में छुपकर जान बचा रहा था। कोई पेड़ की आड़ लिए हुए था, जब गांव के लोग आए तब जाकर यात्रियों ने कुछ राहत महसूस की। जम्मू में यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में कानपुर जवाहर नगर निवासी दिनेश गुप्ता जी घायल हो गए थे।दिनेश जी हैलट अस्पताल उपचार कराने पहुंचे लेकिन यहां आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर न होने के कारण उन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर किया गया। वहां से भी निराश होकर वापस लौटना पड़ा। सूचना प्राप्त होने पर विधायक अमिताभ बाजपेई दिनेश से मिलकर व्यक्तिगत रूप से 20 हजार की आर्थिक मदद की, जिससे दिल्ली जाकर वो अपना ईलाज करा सके। एवं हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आर्थिक मदद करने का अनुरोध किया । भाजपा सरकार हर तरह से फेल है न आतंकी हमला रोक पाई, आतंकी हमले में घायल दिनेश का ईलाज भी न करा पा रही है।साथ में नीरज सिंह, संजय सिंह, कृष्णा शर्मा,मालू गुप्ता, राजेंद्र मोबाइल, अजय शुक्ला आदि मौजूद रहे ।