संवाददाता।
कानपुर। नगर में काकादेव के गीता नगर अम्बेडकर पुरम में देर शाम एक प्लाट पर कब्जे को लेकर वकीलों के गुट और बीजेपी नेता के बीच संघर्ष हो गया। वकील प्लॉट पर कब्जा करने पहुंचे तो भाजपा नेता पिता-पुत्र ने घर से रायफल निकालकर ताबड़तोड़ फायर झोंका। गनीमत रहीं कि किसी के गोली नहीं लगी। मारपीट और भगदड़ के दौरान गिरने से कुछ वकील चुटहिल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता पिता और पुत्र को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही दोनों की रायफल को भी कब्जे में लिया है। गीता नगर के अम्बेडकर नगर निवासी भाजपा नेता राघवेंद्र सिंह के पड़ोस में रहने वाली विनीता परिहार में अपना प्लॉट यशोदा नगर पशुपति नगर निवासी हिमांशु दीक्षित, जरौली निवासी दिलीप कुमार और मछरिया नौबस्ता निवासी कुलदीप सिंह यादव को बेच दिया था। कोर्ट में इसका बैनामा 17 मई को हो गया था। वकीलों ने लिखापढ़ी होने के बाद गुरुवार को प्लॉट को खाली करने के लिए नोटिस भिजवाया था, लेकिन राघवेंद्र सिंह ने नोटिस तो रिसीव किया लेकिन प्लॉट खाली नहीं किया। शुक्रवार शाम को प्लॉट खरीदने वाले अधिवक्ता कुलदीप सिंह यादव, हिमांशु दीक्षित और दिलीप कुमार 25 से 30 वकीलों के साथ प्लाॅट पर कब्जा लेने पहुंचे। राघवेंद्र ने वकीलों का विरोध किया लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी और मारपीट शुरू कर दी। इससे झल्लाए राघवेंद्र और उनका बेटा देवेंद्र घर से लाइसेंसी रायफल निकाल लाए और वकीलों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दी। करीब आठ राउंड फायरिंग की। इस दौरान भगदड़ मच गई और एडवोकेट प्रिंस घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक राघवेंद्र ने रायफल और उनके बेटे देवेंद्र ने रायफल से फायर किया था। दोनों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया और असलहा भी कब्जे में लिया है। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया कि राघवेंद्र और देवेंद्र के खिलाफ हत्या के प्रयास, शांति भंग करना और आम आदमी के जीवन को खतरे में डालने का केस दर्ज किया गया है। राघवेंद्र की रायफल कब्जे में ले ली गई है। लाइसेंस कैंसिलेशन के लिए जिलाधिकारी कार्यालय को पत्र लिखा जाएगा।