November 22, 2024

सील भवनो से उखाड़ फेका जाता है सीलिंग पट्टा।

घटना स्थल का वीडियो, मौक़े पर सील तोड़कर निर्माण कार्य जारी है।

कानपुर। विकास प्राधिकरण, कानपुर, उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्व्याल के संवेदनशील विचारों की वजह से अवैध निर्माणों पर वो कार्यवाही हो रही है जो विगत पिछले कई वर्षों में नही हुई है। जिसमे नियमानुसार यदि पूर्ण कार्यवाही हुई तो करोड़ों का राजस्व विभाग को मिलेगा साथ ही नगरवासियों में एक अच्छा संदेश भी जायेगा कि प्राधिकरण अवैध निर्माणों के प्रति सजग है। इसी कड़ी में आज विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन जोन-2, सत् शुक्ला ने अवैध निर्माणों को सील करने की कार्यवाही पूरे दलबल के साथ कराई जिसमे निर्माणधीन आठ भूखंड जो प्राधिकरण के नियमो के विपरीत बनाये जा रहे थे, जिसमे दो भूखंड काकादेव, एक सर्वोदय नगर, तीन शताब्दी नगर, एक कल्याणपुर, एक मंधना मे है। लेकिन ये कार्यवाही जो उच्च अधिकारियों की सजगता की वजह से कि जा रही जिसमे अक्सर देखा जाता है अधीनस्थों की लापरवाही और गैरजिम्मेदार हरकतों के कारण विभाग को शर्मिंदगी उठानी पड़ती है क्योकि सील लगे होने के बावजूद निर्माण कार्य फिर से शुरू हो जाता है जो कि क्षेत्रीय कनिष्ठ अभियंता की जिम्मेदारी होती है की जब तक दंड राजस्व न जमा हो जाये और कागजी कार्यवाही पूर्ण न हो जाये तब तक निर्माण कार्य पुनः चालू नही किया जा सकता परंतु एक नही सैकड़ों इस तरह के नगर के अंदर बिल्डरों के अवैध निर्माण है जिसमे कार्यवाही तो हुई लेकिन पुनः अवैध निर्माण चालू हो गया। कानपुर में ही बीते दिनों 80/80, बॉसमंडी में 19 अवैध निर्माण को सील कर के. डी. ए. ने इतिश्री कर दी थी। वही बाहुबली बिल्डर नज़म ने सील बिल्डिंगो में दोबारा से निर्माण दूसरे ही दिन करवाना चालू कर दिया। जब इस सम्बन्ध में विकास प्राधिकरण के जोन 1 के प्रभारी अधिकारी रवि प्रताप सिंह से मामले की जानकारी करी गयी,  तो एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी उनको उखाडी गयी सील के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, और उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है, इसकी जानकारी करवा रहे है। बीते 2 जून को कानपुर विकास प्राधिकरण ने रविवार के दिन गुडवर्क करते हुए शहर में मानको की धज्जियाँ उड़ाकर बनाई जा रही बिल्डिंगो पर कार्रवाही की थी। कुल 29 अवैध निर्माण सील किये गए थे। जिनमे मुख्य रूप से  80/80, बॉसमंडी, न्यू हमराज की 19 बिल्डिंगे सील की गयी थी। लेकिन बिल्डरो ने पूरी दबंगई करते हुए के. डी. ए. की लगाई हुई 19 सील को उखाड़ कर फेक दिया और दोबारा निर्माण कार्य चालू कर दिया। इससे पता चलता है कि बिल्डरो को केडीए अधिकारियो या इलाकाई पुलिस का कोई भी खौफ नहीं है, बल्कि ज्यादा संभावना है कि सब कुछ केडीए के क्षेत्रीय अधिकारी और पुलिस कि मिलीभगत से चल रहा है। क्योंकि इतने बड़े स्तर का निर्माण कार्य चोरी छिपे नहीं किया जा सकता है। जिसमे सील करने के बाद पुलिस की भी जिम्मेदारी बनती है कि दोबारा निर्माण कार्य न हो। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *