November 22, 2024

संवाददाता।

कानपुर। नगर में आईआईटी कानपुर और भारतीय कृषि ड्रोन परिस्थितिकी तंत्र की कंपनी एवीपीएल इंटरनेशनल के बीच बुधवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। भारत, ऑस्ट्रेलिया और कई यूरोपीय देशों में बड़े पैमाने पर भूमिधारकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए इसे डिजाइन किया गया है। आईआईटी कानपुर में अनुसंधान और विकास के डीन प्रो. तरुण गुप्ता और एवीपीएल इंटरनेशनल की संस्थापक और अध्यक्ष प्रीत संधू द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। आईआईटी कानपुर के अनुसंधान और विकास के डीन प्रो. तरुण गुप्ता ने कहा, “यह साझेदारी बीज प्रसारण और कृषि रसायन छिड़काव जैसी कृषि बाधाओं से निपटने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगी, जोकि लागत प्रभावी और बहुमुखी उपकरण के रूप में ड्रोन के बहुमुखी लाभों पर विस्तार होगा। एवीपीएल इंटरनेशनल की संस्थापक और अध्यक्ष प्रीत संधू ने कहा, “आईआईटी कानपुर में अग्रणी अनुसंधान की व्यापक विरासत का लाभ उठाते हुए, हमारा लक्ष्य ऐसे ड्रोन समाधान को विकसित करना है, जो न केवल वैश्विक स्तर पर कृषि की बढ़ती मांगों को पूरा करेंगे, बल्कि उनसे भी आगे निकल जाएंगे। एवीपीएल इंटरनेशनल के सीईओ हिमांशु शर्मा ने कहा कि इस सहयोग से ऐसे ड्रोन मिलेंगे जो वैश्विक स्तर पर कृषि उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ाएंगे। अनुसंधान और विकास प्रयासों को और बढ़ावा देने के लिए, एवीपीएल इंटरनेशनल आईआईटी कानपुर के अनुसंधान और प्रौद्योगिकी पार्क टेक्नोपार्क आईआईटी में अपनी आरएंडडी लैब स्थापित करेगा। टेक्नोपार्क आईआईटीके की सीओओ रीमा मित्तल ने कहा, “मैं और मेरी टीम इंडस्ट्री के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि उनकी आरएंडडी आवश्यकताओं को समझ सकें और उन्हें अत्यधिक कुशल और निर्बाध तरीके से आईआईटी कानपुर में स्थित अनुसंधान परिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाने में मदद कर सकें। एवीपीएल के साथ, हमने इस चरण तक पहुंचने में करीब आठ महीने बिताए हैं। इस हस्ताक्षर समारोह में आईआईटी कानपुर के प्रो. जयंधरन जी राव और प्रो. केतन राजावत, प्रो. अमरेंद्र सिंह, डॉ. पियाशी मलिक, हरेन गांधी, एवीपीएल की स्वेता सिंह उपस्थित रहे।

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