संवाददाता।
कानपुर। नगर में सर्राफा कारोबारी ने बुधवार तड़के अपने बेडरूम में फंदा लगाकर जान दे दी। सुसाइड की पूरी घटना रूम में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। फुटेज में दिख रहा है कि कारोबारी आनंद उर्फ शेर सिंह ने एक बार फंदा लगाया तो जान बच गई। फिर दोबारा फंदा कसकर बनाया, थोड़ी देर खूब रोया और लटक गया। परिवारिक कलह के चलते सुसाइड करने की बात सामने आ रही है। पुलिस का कहना है कि अभी परिवार भी स्पष्ट कुछ नहीं बोल रहा है। घटना कलक्टरगंज थाना के बिरहाना रोड की है। पहले वीडियो के अनुसार रात 1 बजकर 11 मिनट पर आनंद डायनिंग रूम से बेडरूम में दाखिल होते हैं। कमरे में पंखा फुल स्पीड में चल रहा, उसे बंद करते हैं। थोड़ी देर रूम में टहलते हैं। पंखा जब बंद हो जाता है तो 2 मिनट बाद दुपट्टा लेकर आते हैं और पंखे से फंदा बनाकर लटक जाते हैं। 16 सेकेंड तक लटके रहते हैं। मौत नहीं होती तो फंदा खोल देते हैं। चार मिनट तक ये सब चला। करीब आधे घंटे बाद 1:38 बजे दोबारा फंदा बनाते हैं। फंदा पकड़ कर काफी देर रोते हैं। फिर गले में फंदा डालकर लटक जाते हैं। दो-तीन मिनट में मौत हो जाती है। सर्राफा व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष मुकुल वर्मा ने बताया- मुझे सुबह साढ़े 8 बजे जानकारी मिली। आनंद की बिरहाना रोड पर गोकुल ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। आनंद ने रात में 1 बजे के बाद फांसी लगाई। घर में सिर्फ कारोबारी और उसका बेटा था। पत्नी सास से झगड़ा कर बेटी के साथ फर्रुखाबाद मायके चल गई थी। एक दिन पहले मायके से लौटकर आई थी। आज बुधवार सुबह उनका बेटा करीब 8:30 बजे उठा तो उसे जानकारी हुई कि पिता ने फांसी लगा ली। एसीपी कलक्टरगंज मोहसिन खान ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। घरवालों से पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई होगी। आनंद सिंह के परिवार में पत्नी प्रीति, बेटा राजवीर सिंह और बेटी ऐश्वर्या है। साथ में छोटा भाई अमन सिंह और मां मंजू सिंह भी रहती हैं। बिरहाना रोड स्थित मकान में सबसे नीचे गोकुल ज्वेलर्स और दीप ज्वेलर्स के नाम से आनंद का शोरूम है। दूसरी मंजिल पर पूरा परिवार रहता है। रात में परिवार के सभी लोगों ने साथ में खाना खाया। इसके बाद आनंद तीसरी मंजिल में चले गए। वहीं फांसी लगाई। सुबह बेटा राजवीर पिता को जगाने पहुंचा तो उन्हें फांसी पर लटका देख जोर से चिल्लाया। राजवीर की आवाज सुन कर सभी लोग कमरे में पहुंचे। लेकिन, तब तक आनंद की सांसें थम चुकी थीं। कलक्टरगंज इंस्पेक्टर ललित कुमार ने कहा कि घरवाले अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। अंतिम संस्कार होने के बाद घरवालों से पूछताछ की जाएगी। आखिर ऐसा क्या हुआ जो घरवाले छिपा रहे हैं?