प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग।
संवाददाता।
कानपुर। नगर में नीट यूजी 2024 परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर कानपुर में छात्रों ने प्रदर्शन किया। सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने कोचिंग मंडी काकादेव में छात्र हित में आवाज उठाई। कार्यकर्ताओं ने कहा-इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इससे पहले शुक्रवार और शनिवार को कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया था। छात्रों ने कहा था कि परीक्षा लीक होने से वह तनाव में आ रहे है। इस बार नीट में 24 लाख छात्र शामिल हुए थे। परीक्षा लीक ने हम सभी को संकट में डाल दिया है। कई लोगों ने तनाव में आकर खुदकुशी भी कर ली है। दोपहर के समय नीट के छात्र अपनी-अपनी कोचिंग से निकल कर एबीवीपी के समर्थन में आए और उन्होंने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। परिषद के महानगर मंत्री मयंक पासवान ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से जो भी गलतियां की गई है। उनकी सरकार जांच कराएं, क्योंकि इतनी बढ़ी संख्या में आखिर कैसे इतने लोगों की पहली रैंक आई, जो पहले कभी नहीं हुआ। कानपुर विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष कौशेय द्विवेदी ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को शिकायत में बताया गया है कि 24 लाख बच्चों में 67 स्टूडेंट को 720 में 720 अंक मिले हैं। इसमें से 6 ऐसे हैं जो कि एक ही सेंटर के है। इसके बाद जब 14 जून को परिणाम घोषित किया जाना था तो 4 जून को क्यों घोषित किया गया। इसके पीछे उनकी मंशा क्या थी। इसलिए सरकार से मांग है कि वह इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए। नीट का परिणाम घोषित होने के बाद पता चला कि 24 लाख स्टूडेंट में 67 लोग ऐसे है, जिनके पूरे में पूरे अंक हैं। पहली बार आल इंडियन रैंक में 16 स्टूडेंट की पहली रैंक आई है। यह सभी एक ही सेंटर के छात्र-छात्राएं बताए जा रहे हैं। इसलिए शक है कि पेपर में गड़बड़ी की गई है। प्रदर्शन करने वालों में प्रभात शर्मा, ऋषि अवस्थी, अमन दुबे, अजय दुबे, हर्ष राजपूत, आशीष राजावत, प्रांजुल तिवारी, आशुतोष तिवारी, बाबू लाल, पीयूष, शोभित, युवराज, अभिषेक, अंशुमान तिवारी आदि मौजूद रहे।