संवाददाता।
कानपुर। नगर मे जीएसवीएम मेडिकल कालेज के पैथोलॉजी विभाग में शुक्रवार को रीनल बायोप्सी विषय पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। एसजीपीजीआई लखनऊ के प्रोफेसर डॉ. राम नवल राव ने किडनी बायोप्सी को लेकर आधुनिक तकनीक के बारे में बताया। इसके अलावा बीमारी से संबंधित चीजों पर भी चर्चा की। डॉ. राम नवल राव ने किडनी बायोप्सी की जांच के विभिन्न प्रकार और किडनी की बीमारियों की पहचान करने के लिए पीजी छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण गुरूमंत्र दिए। पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह ने बताया कि शीघ्र ही पैथोलाजी विभाग में एसजीपीजीआई के सहयोग से रीनल बायोप्सी की जांच प्रारम्भ की जाएगी। जिससे रोगियों को लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा। कानपुर में ही उच्च चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी। शीघ्र ही विभाग में इम्यूनो फ्लोरेन्स की सुविधा भी प्रारंम्भ की जाएगी। यह कैंसर जैसी बीमारियों के लिए जांच होती है। कार्यक्रम का शुभारंभ जीएसवीएम मेडिकल कालेज की उप प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरी ने किया। इस उपलक्ष्य पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ के आचार्य डॉ. कफील अख्तर शामिल थे। डॉ. कफील अख्तर ने कहा कि हमें सबसे पहले तो लोगों को जागरूक करना है उनके खान-पान को लेकर। उन्हें बताना होगा कि वह जो कुछ भी खा रहे हैं वह सही है या नहीं। इसके कितने नुकसान है या कितने फायदे। जब तक यह बात लोगों को नहीं पता चलेगी, तब तक हम उन्हें जागरूक नहीं बना सकते हैं। कार्यक्रम में विभाग के समस्त संकाय सदस्य आचार्य डॉ. सुमन लता वर्मा, आचार्य डॉ. लुबना खॉन, आचार्य डॉ. नीलिमा वर्मा. सह आचार्य डॉ. चयनिका काला, सह आचार्य डॉ. योगेन्द्र नारायन वर्मा, सहायक आचार्य डॉ. नीतू पुरूवार, सहायक आचार्य डॉ. गरिमा शर्मा, सहायक आचार्य डॉ. रेखा गर्ग, सहायक आचार्य डॉ. आशीष कनौजिया और पैथोलाजी विभाग के समस्त एसआर और जेआर उपस्थित रहें।