संवाददाता।
कानपुर। नगर के पनकी में सुबह नाबालिग के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। नाबालिग की मौत पर घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन 6 घंटे बाद पहुंची फॉरेंसिक टीम के इंतजार में शव लटका रहा। नाराज परिजनों ने हंगामा किया। पुलिस ने उन लोगों को शांत कराया। नाबालिग के खुदकुशी करने की वजह परिजन नहीं बता सकें है। मृतक के पिता सरवन पनकी के सुंदरनगर में सब्जी की फेरी लगाते हैं। परिवार में पत्नी शारदा, बेटा सागर (14 वर्ष) और बेटी संध्या है। शारदा गैस प्लांट में जबकि सागर एक बिस्कुट फैक्ट्री में काम करता था। सागर रोज की तरह रात ड्यूटी करने के बाद सुबह आठ बजे फैक्ट्री से घर लौटा। इसके बाद शारदा नौकरी और बेटी स्कूल चली गई। सरवन खुद घर का रसोई गैस सिलिंडर भरवाने के लिए गैस एजेंसी चले गए। इसी दौरान खुद को अकेला पाकर सागर ने दुपट्टे से फंदा लगाकर जान दे दी। पिता सरवन घर लौटे तो सिलिंडर ऊपर चढ़ाने के लिए सागर को बुलाया। कोई आवाज न आने पर जब ऊपर जाकर कमरे में देखा तो पंखे के कुंडे से सागर का शव लटका हुआ था। सरवन की सूचना पर पहुंची पनकी पुलिस करीब 11 बजे मौके पर पहुंच गई। हालांकि फॉरेंसिक टीम को बुलाए जाने के चलते शव को फंदे से नहीं उतारा गया। इंतजार करते परिजनों का सब्र खत्म हुआ, तो हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया और शाम करीब पांच बजे फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच की। इसके बाद शव को फंदे से उतारा गया। थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है और न ही खुदकुशी की वजह ही बता सके हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसीपी पनकी तेज बहादुर ने बताया कि कई बार देखा गया है कि बाद में परिजन आरोप लगाते हैं। इसलिए नाबालिग की मौत की खबर मिलने पर फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया। टीम के आने तक घटनास्थल को डिस्टर्ब नहीं किया गया, न ही शव को फंदे से पुलिस ने उतारा।