संवाददाता।
कानपुर। नगर के घाटमपुर में लेनदेन के विवाद में बहन की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी भाई को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ में हत्यारोपी ने बताया कि बहन हमेशा उसके खिलाफ ही बोलती थी। रुपए के लेनदेन को लेकर पंचायत हुई तो उसमें भी मेरे ऊपर दबाव बनाने लगी। इसी बात काे लेकर गुस्सा आ गया और सीधे सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। कुल्हाड़ी से हमला करने वाले हत्यारोपी के बेटे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसके साथ ही कुल्हाड़ी और तमंचा भी बरामद कर लिया है। दोनों को आज बुधवार को जेल भेजा जाएगा। साढ़ थाना क्षेत्र के बिरसिंहपुर में रहने वाले बृजेश ने अपने छोटे भाई अभिषेक से 28 हजार, रीतेश से 15 हजार और श्रवण से एक लाख रुपये उधार लिए थे। लेकिन किसी के भी रुपए बृजेश लौटा नहीं रहा था। इसके साथ ही कई साल पहले बंटवारा होने के बाद भी ज्यादा जमीन पर कब्जा कर रखा था। इसका विरोध करने पर पिता सतीश चंद्र शुक्ला को भी आए दिन गोली मारने की धमकी देता था। रुपए वापस नहीं करने और पिता से गुंडागर्दी करने को लेकर परिवार के लोगों ने मंगलवार को घर पर पंचायत बैठाई थी। इसमें गल्ला मंडी सागरपुरी निवासी बहन शालिनी मिश्रा (40 वर्ष) और मंजुला बाजपेई निवासी रामादेवी को बुलाया गया था। इसके साथ ही ग्राम प्रधान और परिवार के अन्य लोग पंचायत में शामिल हुए थे। पंचायत में यह तय हुआ कि निर्धारित समय पर बृजेश को रुपए लौटाने होंगे। इसी बात को लेकर बृजेश भड़क गया और गाली-गलौज शुरू कर दी। इस दौरान बृजेश के नाबालिग बेटे ने अपने चाचा श्रवण पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। शालिनी ने विरोध करते हुए बीच-बचाव का प्रयास किया तो बृजेश घर से तमंचा निकाल लाया और सीधे सीने में गोली मार दी। सीएचसी में डॉक्टरों ने शालिनी मिश्रा को मृत घोषित कर दिया। साढ़ थाने की पुलिस जांच-पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके साथ ही हत्यारोपी बृजेश और उसके नाबालिग बेटे को हिरासत में लिया है। एसीपी घाटमपुर रंजीत कुमार ने बताया कि बुधवार को शव को पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। हत्यारोपी बृजेश को जेल भेजा जाएगा। इसके साथ ही उसके नाबालिग बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घाटमपुर के बिरसिंहपुर निवासी सतीश चन्द्र शुक्ल ने बताया कि उनके चार बेटे ब्रजेश, अभिषेक, रीतेश व श्रवण हैं। अभिषेक व रीतेश जयपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं जबकि ब्रजेश व श्रवण गांव में रहते हैं। विवाद के कारण सतीश चन्द्र ने कई साल पहले बंटवारा कर दिया था। बड़ा बेटा बंटवारे से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर लिया था। इसके साथ ही बड़े बेटे ब्रजेश ने अपने छोटे भाई अभिषेक से 28 हजार रीतेश से 15 हजार और श्रवण से एक लाख रुपये उधार लिए थे। कई बार मांगने के बावजूद किसी के रुपये नहीं लौटाए। इसी बात पर अक्सर विवाद होता रहता था। मामले को लेकर मंगलवार को घर की पंचायत बुलाई गई थी। इस दौरान उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। पिता ने बताया कि हत्याकांड से पहले जमीन पर कब्जे का विरोध और उधारी रुपए लौटाने को कहते थे तो उन्हें भी कई बार तमंचा अड़ाकर जान से मारने की धमकी दी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस से कभी शिकायत नहीं की। उन्हें क्या मालूम था कि उसकी इस कदर हिम्मत बढ़ जाएगी कि बहन की ही गोली मारकर हत्या कर देगा।