ठेका स्थान परिवर्तन की कोई सूचना नहीं विभाग को, जिला आबकारी अधिकारी….
स्थान परिवर्तन जिला आबकारी अधिकारी के संज्ञान में है ठेकेदार…..
संवाददाता।
कानपुर। नगर मे पिछले दिनो हालसी रोड पर राम जानकी मन्दिर के बगल में देशी शराब का ठेका खुलने पर क्षेत्रीय लोगो ने धरना प्रदर्शन किया था। जिसकी खबर आज़ाद समाचार पर प्रकाशित करी गई थी। जिसे जागरूक जनमानस ने शुक्रवार को ट्वीटर पर आज़ाद समाचार की खबर को ट्वीट किया था जिसे रीट्वीट करते हुये जिला आबकारी अधिकारी ने लिखा था की अनुज्ञापी द्वारा पुरानी चौहद्दी पर ही दुकान संचालित है। शिकायत किये गये स्थल के लिये अनुज्ञापी द्वारा कोई भी प्रार्थना पत्र आबकारी कार्यालय में प्रस्तुत नहीं किया गया है और न ही विभाग द्वारा उक्त स्थल के लिये कोई संस्तुति दी गयी है। लेकिन आज रविवार को फिर वही ठेकेदार जो की स्थान परिवर्तन करके देसी शराब का ठेका खोलने जा रहा है। वो अपने साथ अराजक तत्वो को लेकर मंदिर के पास वाली दुकान मे सफाई कराने पहुँचा। और देशी शराब की पेटियाँ भी ले आया इसको देखकर क्षेत्रीय लोगो ने फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। और घटना की जानकारी संबंधित थाना बादशाही नाका को दी पुलिस को जानकारी प्राप्त होने के बाद होते ही थाना पुलिस मौके पर पहुची, तब लेकिन लोगो ने आज़ाद समाचार की खबर पर जिला आबकारी अधिकारी का रिट्वीट दिखाया तो पुलिस ने भी अपना कार्य करते हुये शराब ठेकेदार से बात करी तो ठेकेदार ने जो बताया वो सुन कर पुलिस और क्षेत्रीय लोगो के पैर के नीचे से जमीन खिसक गयी। दरअसल देशी शराब के ठेकेदार ने बताया की उसने जिला आबकारी अधिकारी से अनुमति ले ली है। लेकिन पुलिस प्रशासन ने अपनी कार्यवाही करते हुये तुरंत मौके पर काम को यथास्थिति बंद करवाया और ठेकेदार को लिखित मे आदेश आबकारी का दिखाने को बोला जो वह दिखा न सका। पूर्ण घटना क्रम मे क्षेत्रीय लोगो को पुलिस प्रशासन से पूर्ण रूप से सहयोग मिल रहा है, जबकि मामला आबकारी विभाग के अंतर्गत आता है लेकिन आबकारी विभाग की सरपरस्ती के चलते ठेकेदार अभी भी नहीं मान रहा है। लेकिन थाना बादशाहिनाका पुलिस ने अपनी कार्यवाही करते हुये लोगो का पूर्ण रूप से सहयोग करा है। इस घटना क्रम के होने पर आज़ाद समाचार द्वारा जिला आबकारी अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गयी तो जो दूरभाष सरकारी नम्बर प्राप्त हुआ था वो उनके घर पर था और उनके घर पर न होने की सूचना मिली और कहा गया कि जब आते है तो कॉल बैक होगी लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी न तो अधिकारी से बात हो सकी और न ही समाधान निकल सका, लेकिन क्षेत्रीय आबकारी अधिकारी के दूसरे संपर्क सूत्र की तलाश मे लखनऊ प्रमुख सचिव के यहाँ फ़ोन किया गया, तो वहाँ पर प्रमुख सचिव के किसी कर्मचारी से वार्ता हुई तो उनको पूरा घटना क्रम बताने पर उन्होने अपनी प्रतिक्रिया मे कहा की ये गलत हो रहा है मंदिर, पाठशाला इत्यादि जगहो के आस पास मधुशाला खोलना गलत है। उपरोक्त घटना क्रम मे जिला आबकारी अधिकारी और ठेकेदार दोनों की ही बाते दो दिशाओ मे भाग रही है, जो एक षडयंत्र प्रतीत हो रहा है जनमानस की राम के प्रति आस्था, क्षेत्रीय लोगों की सुरक्षा, और उनके मान सम्मान के प्रति