संवाददाता।
कानपुर। नगर मे नगर निगम मुख्यालय में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को समय से कार्यालय पहुंचना होगा। समय से ऑफिस न आने पर गैरहाजिरी लगेगी। नगर आयुक्त ने निरीक्षण में लगातार अधिकारियों व कर्मचारियों के गायब मिलने के बाद सख्ती कर दी है। एक मई से नगर निगम मुख्यालय में तैनात नियमित, आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों कि फेस रीडिंग से हाजिरी लगेगी। जिसके निर्देश जारी होने के बाद हड़कंप मच गया। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन के निर्देश पर मुख्यालय में कैम्प लगाकर कर्मचारियों और अधिकारियों का डाटा फीडिंग का कार्य शुरू किया गया। मल्टीफेस सॉफ्टवेयर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को विभाग कि ओर से अभी मुख्यालय में तैनात 793 कर्मचारियों कि सूची दी गई है। जिन कर्मचारियों को डाटा फीड हो गया है वह बुधवार से फेस रीडिंग के जरिये हाजिरी लगाएंगे। नगर निगम में तैनात 4500 आउटसोर्स कर्मचारी हैं। जिसमें से तीन हजार सफाई कर्मचारी और 1500 अन्य कर्मचारी हैं। अभी सभी की हाजिरी रजिस्टर में दर्ज होती है। नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त के निरीक्षण में मुख्यालय में तैनात आउटसोर्स कर्मचारी लगातार गायब मिल रहे थे। यहां तक कि नागरिक सुविधा केंद्र में तैनात कर्मचारी भी समय से सीट पर नहीं बैठते थे। जिसपर अधिकारियों ने सख्ती बढ़ा दी है। विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारी सुबह देर से आते थे। इतना ही नहीं आठ घंटे काम न कर समय से पहले ही वह गायब भी हो जाते थे। जब नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त ने इसकी मॉनिटरिंग की तो मामला खुल गया। इसके बाद ही नगर आयुक्त ने फेस रीडिंग से हाजिरी लगाने के निर्देश दिए हैं। विभागीय जानकारों के अनुसार तीन दिन बिना जानकारी दिये गायब रहने वाले आउटसोर्स कर्मचारी की नौकरी समाप्त कर दी जाएगी। नगर निगम में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की अटेंडेंस प्रक्रिया शुरू होने के बाद जोनल कर्यालयों में भी यह व्यवस्था लागू होगी। नगर निगम के सभी छह जोन में तैनात कर्मचारियों की भी अटेंडेंस फेस रीडिंग से होगी।