
संवाददाता।
कानपुर। नगर में खेल-खेल में 9 साल की बच्ची ने फांसी लगा ली। परिजन घर पर नहीं थे। छोटी बहन पड़ोस में ट्यूशन पढ़ने गई थी। बच्ची 4 साल के भाई के साथ घर में पलंग पर खेल रही थी। खेलते-खेलते बच्ची ने गले में अंगौछा डाला। एक छोर को खिड़की से बांध दिया। तभी उसका पैर पलंग से फिसल गया और वह फंदे से झूल गई। इस दौरान छोटी बहन घर वापस आ गई। उसने बहन को फंदे पर लटकते देखा। इसके बाद टीचर को बुलाया। टीचर ने बच्ची को फंदे से नीचे उतारा। उसे हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामला बर्रा-8 इलाके का है। घाटमपुर के रहने वाले महेश कुमार दादानगर की एक फैक्ट्री में काम करते हैं। बर्रा-8 इलाके में किराए के मकान में रहते हैं। परिवार में पत्नी सुमन और 3 बच्चे- सोनाक्षी (9 वर्ष), मीनाक्षी (7 वर्ष) और आयुष (4 वर्ष) हैं। महेश ने बताया कि सोमवार को वह काम पर गए थे। पत्नी देर शाम बाजार सब्जी खरीदने गई थी। छोटी बेटी मीनाक्षी पड़ोस में रहने वाली खुशी के पास ट्यूशन पढ़ने गई थी। घर में बड़ी बेटी सोनाक्षी और आयुष थे, जोकि खेल रहे थे। 4 साल के आयुष के मुताबिक, वह सोनाक्षी के साथ खिड़की के पास पलंग पर खेल रहा था। खेलते-खेलते सोनाक्षी ने गले में अंगौछा डालकर फंदा बनाया। फिर एक छोर खिड़की से बांध दिया। तभी उसका पैर पलंग से फिसल गया। वह फंदे पर ही झूलने लगी। आयुष कुछ समझ पाता, इससे पहले सोनाक्षी की मौत हो गई। आयुष चिल्लाने लगा, लेकिन दरवाजा बंद था। इधर ट्यूशन पढ़ने गई बहन मीनाक्षी को प्यास लगी, तो वह पानी पीने वापस घर आई। उसने देखा कि बेड के साथ लगी खिड़की के सहारे उसकी बहन फंदे पर लटकी हुई है। वह घबरा गई, उसने दौड़कर ट्यूशन टीचर को बताया। इसके बाद मकान मालिक और टीचर सब आ गए। सोनाक्षी के गले से फंदा खोल कर हॉस्पिटल ले गए । यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद सोनाक्षी को मृत घोषित कर दिया। एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया,” बच्चे ने खेल-खेल में फांसी का फंदा बनाया और फंदे पर झूलने से मौत हो गई। जानकारी मिलने पर गुजैनी थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर गई थी। लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि यह महज एक हादसा है।”