
संवाददाता।
कानपुर। नगर में होली का त्योहार नजदीक आ गया है। इस बार कानपुर के मार्केट में चाइना का माल लगभग गायब हो गया है। पूरी तरह से लोग स्वदेशी बन चुके हैं। पिचकारियों की विभिन्न वैराइटी से बाजार पटा है। लेकिन, कुछ चीजें लोगों के लिए पहली पसंद बनी है। जैसे की हर साल लोग हर्बल गुलाल की तरफ ज्यादा रुझान दिखाते थे तो इस बार लोगों ने पतंजलि गुलाल में रुचि दिखाई है। वहीं, राइफल गन पिचकारी और योगी-मोदी के मुखौटे भी बच्चों की पहली पसंद बनी है। व्यापारियों ने बताया कि इस बार 12 से अधिक रंग में गुलाल आए हैं। पिछली साल की अपेक्षा इस बार गुलाल की लगभग 30 प्रतिशत मांग बढ़ गई हैं। भगवा रंग की डिमांड सबसे ज्यादा है। इसके बाद पतंजलि गुलाल की मांग भी बहुत है। पतंजलि में सिर्फ मेंहदी रंग ही आया है। इसके अलावा स्काई गुलाल में 10 अलग-अलग रंग आए हैं। स्काई गुलाल अन्य गुलाल से बिल्कुल अलग है। इसमें फूलों की सुगंध के साथ-साथ हाथ से छूने में भी बहुत हल्का लगता है। हर्बल गुलाल में भी केमिकल का प्रयोग नहीं होता है। इसलिए इस तरह के गुलाल की डिमांड बाजार में काफी हैं। पतंजलि गुलाल का चलन मथुरा में बहुत है। रात में लोग टेशू के फूल पानी में भिगोकर रख देते थे फिर उससे निकलने वाले रंग से ही होली खेली जाती थी। उसमें सुगंध भी बहुत होती थी। उसी की तर्ज पर इसे तैयार किया गया है। टेशू के फूलों के पाउडर के साथ अरारोट को मिलाकर इस गुलाल को तैयार किया गया हैं। इस गुलाल के मार्केट में आने के बाद रंगों की डिमांड बहुत घट गई हैं। इस बार हवा में उड़ने वाले स्काई शॉट भी कई तरह के आए है। यह स्काई शॉट होली में आपको दिवाली जैसा मजा देंगे। इसमें आग लगाने के बाद आवाज भी होगी और हवा में एक के बाद एक सात रंग निकलेंगे। छोटे वाले स्काई शॉट में तीन रंग निकलते हैं। बाजार में इस बार एक भी चाइना का माल नहीं हैं। सभी स्वदेशी पिचकारी हैं। इस बार राइफल गन पिचकारी, निंजा पिचकारी लोगों की पहली पसंद बनी हैं। फौजी पिचकारी, राइफल सिंगल शॉट, पब्जी प्रेशर, फुवारा गन, किट बैग पिचकारी आदि तरह-तरह की पिचकारी बच्चों के लिए मार्केट में आई हैं। राइफल पिचकारी की मार 6 मीटर दूर तक है और इसकी कीमत 200 से लेकर 600 रुपए तक हैं। राइफल गन सिंगल शॉट पिचकारी की मार 7 से 8 मीटर दूर तक है। इसकी बाजार में कीमत 180 से 220 रुपए की हैं। प्रेशर गन पिचकारी में जितना प्रेशर भरते है उतनी दूर तक पानी की धार जाती है। इसमें एक बार में ढ़ाई लीटर पानी आता है। इसकी कीमत 300 से 650 रुपए तक हैं। इसके अलावा पब्जी प्रेशर गन की मार 8 मीटर तक है। यह बाजार में 280 से 350 रुपए मिल रही हैं। फौव्वारा गन काफी अलग हैं। इसमें चार धार से पानी निकलता है। इसकी कीमत 180 से 220 तक हैं। छोटे बच्चों के लिए किट बैग वाली पिचकारी भी काफी बिक्री में हैं। इस किट को बच्चे अपनी पीट पर बैग की तरह टांग लेते हैं और इसमें एक से ढ़ाई लीटर तक पानी आ जाता है। इसकी कीमत 280 से 350 रुपए तक हैं। योगी-मोदी के मुखौटे की भी बाजार में भारी मांग हैं। हर साल की अपेक्षा इस साल लगभग 30 से 40 प्रतिशत इसकी मांग बढ़ गई हैं। जितना भी माल आ रहा है वह कम पड़ रहा हैं। जो माल शुरू में आया था, वह बिक चुका है। फिर से ऑर्डर दिया गया हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए एनिमल के मुखौटे बहुत चल रहे हैं। मुखौटे की कीमत तीन रुपये से लेकर 40 रुपए तक हैं।