
संवाददाता।
कानपुर। नगर में बसपा ने कानपुर लोकसभा सीट पर कुलदीप भदौरिया सचिन को प्रत्याशी घोषित किया है। प्रत्याशी घोषित करने को लेकर बसपा ने अप्रत्याशित रूप से ठाकुर प्रत्याशी को टिकट देकर सभी को चौंका दिया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने ब्राह्मण और ठाकुर का संतुलन बनाते हुए टिकट दिया है। बसपा का शहर में संगठन बीते काफी समय में कमजोर हो गया है। प्रत्याशियों को मतदाताओं को अपने पक्ष में रहने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी। वहीं संगठन को भी एकजुट करना बड़ी चुनौती है। हालांकि कुलदीप भदौरिया के मुताबिक अधिवक्ता होने के नाते अधिवक्ताओं का पूरा वोट बैंक हासिल होगा, इसके अलावा संगठन को मजबूत कर चुनाव लड़ेंगे । कल्याणपुर निवासी कुलदीप भदौरिया की उम्र 35 वर्ष है। वह पेशे से एडवोकेट हैं। उनका फाइनेंस का कारोबार भी है। दो बार बीडीसी भी रह चुके हैं। एक बार जिला पंचायत का चुनाव भी लड़ चुके हैं। महानगर सीट पर ठाकुर बिरादरी से किसी भी पार्टी ने अभी तक लोकसभा सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा है। बसपा पहली बार यह प्रयोग कर रही है। इंडिया गठबंधन में शामिल होने की अटकलों को दरकिनार करते हुए बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप में राजेश द्विवेदी को अकबर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अकबरपुर लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी से पहले भी ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप में अनिल शुक्ला वारसी को जीत हासिल हो चुकी है। वारसी अब भाजपा में आ चुके हैं। इसी तरह पिछड़ी जाति से आने वाले राजाराम पाल भी बसपा के टिकट से सांसद बन चुके हैं। राजाराम इस बार कांग्रेस-सपा गठबंधन से इसी सीट से प्रत्याशी हैं। राजेश मूलरूप से घाटमपुर के गांव के रहने वाले हैं। महाराजपुर और बिठूर में भी उनका आवास है। हाईस्कूल तक पढ़ाई करने वाले राजेश कारोबारी हैं। बसपा से लंबे समय से जुड़े रहे हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने उन्हें दिल्ली बुलाकर अकबरपुर से लड़ने की जिम्मेदारी दी है।