July 3, 2025

कानपुर। लोकसभा चुनाव के तिथियां घोषित होते ही आचार संहिता का पालन करने के लिए जिला प्रशासन ने कडा रुख अख्ति‍यार कर लिया है। जिला प्रशासन के निर्देश पर कचहरी जैसे संवेदनशील स्थल पर भी इसका कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए है। जिलाधिकारी के निर्देश मिलते ही  नगर निगम के अधिकारी हरकत में आ गए और  रविवार को कचहरी परिसर में जिला प्रशासन ने कचहरी में आचार संहिता का डंडा चला दिया। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर निगम के कर्मचारियों ने  झंडे- पोस्टर- बैनर हटाने का काम किया। रविवार को अवकाश के चलते कचहरी बंद थी, इसके बावजूद भी कुछ अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन की इस  नियमावली का विरोध दर्ज कराया। अधिवक्ताओं का मानना है कचहरी में जो भी प्रचार प्रसार किया जा रहा है वह बार एसोसिएशन के  चुनाव के निहित ही है। वहां पर लोकसभा या विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी तरह का प्रचार प्रसार नहीं किया जा रहा है। नगर निगम की इस कार्यवाही के चलते सोमवार को जिला प्रशासन और अधिवक्ता्ओं के बीच टकराव की आशंका भी बढ चली है। कचहरी और इसके आसपास का क्षेत्र बैनर, पोस्टर व होर्डिग्स से पटा था जिसके चलते जिला प्रशासन को आचार संहिता के नियमों की अनदेखी लगी। रविवार की सुबह जिलाधिकारी आरके सिंह ने कानपुर नगर आयुक्त को कचहरी परिसर में आचार संहिता का पालन करवाने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी विद्यासागर यादव को निर्देश दिए कि कानपुर कचहरी की दीवारें भी इससे अछूती नहीं, वह पंपलेट्स से पटी हैं इसके पूरे रास्तों पर फैले और लगाए गए पोस्टर- बैनर-झण्डों को वहां से हटवाने का काम शुरु करवाया जाए। कानपुर नगर निगम जोनल की पूरी टीम  ने वहां पर लगे पोस्टर- बैनर-झण्डोंं को उतारने का काम शुरु कर दिया। यूं तो कचहरी में प्रवेश के कई रास्ते हैं लेकिन मुख्य शताब्दी गेट, तोपवाला गेट, चेतना चौराहा और कलेक्ट्रेट गेट में प्रत्याशियों की होडिंग ज्यादा लगी हैं। नगर निगम के अधिकारी के मुताबिक कचहरी में आचार संहिता का पालन जिला प्रशासन के निर्देश पर किया गया है। कानपुर नगर के एक वरिष्ठ अधिवक्ता दामोदर मिश्रा जी ने बताया कि याद नही पड़ता कि कचहरी परिसर में इससे पहले किसी भी चुनाव में आचार संहिता का पालन करवाने की पहल इस तरह नही की गयी, ये पहली बार हुआ है। वहां पर किसी भी राजनीतिक दल के उम्मीेदवारों का प्रचार नही किया जा रहा है। चूंकि बार एसोसिएशन के चुनाव  होने वाले हैं इसलिए वहां पर पोस्टर-बैनर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आचार संहिता का पालन अगर नियमों के आधार पर किया गया है तो विरोध नही होना चाहिए और अगर नही किया गया है तो नगर निगम को दोबारा कचहरी परिसर में नही आना चाहिए। एक जूनियर अधिवक्ता मो० वसीम ने कहा कि यदि नगर निगम ये कार्यवाही करने से पहले अवगत करा देता तो जिन अधिवक्ता भाइयों के होली, गंगा मेला और ईद की शुभकामना संदेश के बैनर लगे थे उन्हें सुरक्षित हटाया जा सकता था जिसको विभाग द्वारा फाड़ के फेंक दिया गया अधिवक्ता पढ़ालिखा बुद्धजीवी होता है उसका पैसा बहुत मेहनत का होता है

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