August 4, 2025

संवाददाता

कानपुर।  लगातार बारिश के कारण अब वॉयरल बहुत तेजी से पैर फैला रहा है। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों डेंगू और मलेरिया के लक्षण वाले मरीज काफी आ रहे हैं।
बारिश के बाद तेज धूप के कारण मौसम में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। घर-घर लोग तेज बुखार से परेशान हैं। अस्पतालों की ओपीडी में भीड़ लग रही है। तेजी से करवट बदलते मौसम में चिकित्सक खास एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।
दिन में धूप निकलने के दौरान उमस भरी गर्मी और रात में तापमान गिरने से मौसम में बढ़ने वाली ठंड सेहत को काफी नुकसान पहुंच रहा हैं। मौसमी बीमारियों के साथ-साथ लोग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं।
हैलट अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि मरीजों में डेंगू व मलेरिया के लक्षण देखे जा रहे हैं। लेकिन जांच कराने पर मलेरिया व डेंगू निगेटिव आ रहा है। बुखार, जोड़ों में दर्द, सिर दिर्द, आंखों में जलन, बदन में टूटन, शरीर में कमजोरी महसूस होना आदि लक्षण लेकर मरीज पहुंच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अस्पतालों की ओपीडी में एकाएक मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। शहर व ग्रामीण इलाकों से लोग बड़ी संख्या में वायरल फीवर का इलाज कराने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मरीजों में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे और बुजुर्ग लोग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या देखने को मिल रही हैं।
डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि बरसात के मौसम में बैक्टीरिया की ग्रोथ कई गुना ज्यादा बढ़ने के कारण वायरल बुखार के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। कमजोर इम्युनिटी के कारण छोटे बच्चों और बुजुर्गों को वायरल बुखार अपनी चपेट में ले रहा है।

उन्होंने सलाह दी है कि घर व आसपास सफाई का ध्यान रखें, बरसात का पानी जमा न होने दें। वायरल बुखार होने पर मरीज अलग रहे। तले-भुने व भारी भोजन से बचें।पानी उबालकर व छानकर पिएं। नींद पूरी लें। सुबह 30 से 45 मिनट का व्यायाम व योग करें। डिहाइडरेशन होने पर मौसमी फल के जूस व तरल पदार्थ लें। फुल आस्तीन वाले कपड़े पहने। बासी भोजन बिल्कुल न करें। कूलर के पानी को समय-समय पर बदलते रहें।