September 8, 2024

आरोपी की गिरफ्तारी चार माह बाद हुई

संवाददाता।

कानपुर। नगर के किसान बाबू सिंह के सुसाइड केस में एसटीएफ ने भाजपा नेता शिवम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शिवम 4 महीने से फरार चल रहा था। पुलिस ने 1 लाख का इनाम भी घोषित किया था। रविवार को कानपुर पुलिस और प्रयागराज एसटीएफ ने आगरा के कृष्णा ढाबे से शिवम को पकड़ा है। एसटीएफ ने गिरफ्तारी के बाद कानपुर पुलिस को सौंप दिया। मुख्य आरोपी भाजपा नेता आशु दिवाकर ने ही किसान को शिवम सिंह के नाम का चेक दिया था।  आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई थी। रोक की तारीख खत्म होने के बाद अब वो फिर से फरार है। पुलिस आरोपी शिवम सिंह से लगातार पूछताछ कर रही है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसे डॉ. प्रियरंजन दिवाकर ने धोखे में रखकर साढ़े छह करोड़ रुपए के चेक लिए थे। बाबू सिंह की विवादित जमीन की मुझे जानकारी नहीं थी। प्रियरंजन ने मुझे हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मदद का भरोसा दिया था। लेकिन, कोई मदद नहीं की। पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी। बता दें कि 9 सितंबर 2023 को किसान बाबू सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ट्रेन से कटकर आत्महत्या की थी। मामले में मृतक की पत्नी बिटान ने तहरीर पर भाजपा नेता रहे आरोपी डॉ. प्रियरंजन आशु दिवाकर, शिवम सिंह चौहान, राहुल जैन, बबलू यादव, जितेंद्र यादव और मधुर पांडेय पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें राहुल जैन और मधुर पांडेय को गिरफ्तारी के बाद जमानत मिल चुकी है। वहीं, जितेंद्र अग्रिम जमानत पर है। चकेरी गांव के रहने वाले बाबू सिंह यादव की अहिरवां में 7 रकबों में 1.12 हेक्टेयर जमीन थी। इनकी जमीन के साथ वर्ष-2018 से ही खेल शुरू हो गया था। इस मामले में आरोपी एक लाख के इनामी बबलू यादव ने 18 सितम्बर 2018 को 25 लाख रुपए में उसका एग्रीमेंट करा लिया था। इसके बाद 18 मार्च 2023 में इस एग्रीमेंट को निरस्त कराया गया। मामले में बी सेक्टर 31 नोएडा निवासी राहुल जैन ने 25 लाख रुपए में बाबू सिंह यादव से रजिस्ट्री करा ली। इस रजिस्ट्री को कराने के बाद 11 अगस्त 2023 को राहुल जैन ने इस जमीन में से 0.225 हेक्टेयर जमीन की छोटे टुकड़े की रजिस्ट्री कर बेचे थे। नई सब्जी मंडी निवासी राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय और यशोदा नगर निवासी शिवांश दीक्षित को 70 लाख रुपए में रजिस्ट्री कर दी थी। जिसमें स्टाम्प शुल्क 4.90 लाख रुपए का चुकाया गया। यह रजिस्ट्री सामने निकलकर आई है और पुलिस इसे लेकर भी जांच कर रही है। हालांकि डीएम ने मामले में सभी रजिस्ट्री कैंसिल कर दी हैं।किसान सुसाइड मामले में मुख्य आरोपी भाजपा नेता आशु दिवाकर की गिरफ्तारी के लिए 8 पुलिस टीमें बनाई गई थीं। इसमें 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी लगाए गए थे, लेकिन फिर भी पुलिस मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी। अब वह फिर से फरार है। इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी भाजपा को जमकर घेरा था। बावजूद इसके मुख्य आरोपी लगातार बचता रहा। 4 माह बाद अब मुख्य आरोपी के भतीजे शिवम चौहान की गिरफ्तारी हुई है। इसकी और आशु दिवाकर की बातचीत के ऑडियो भी वायरल हुए थे।

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