May 23, 2025

संवाददाता 
कानपुर।
  बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में हैप्पीनेस स्कूल प्रोजेक्ट के तहत सामाजिक व्यवहार पर नियंत्रण की आवश्यकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला में वरिष्ठ शिक्षक व समाजसेवी डाॅ. मीना मेहरोत्रा ने कहा कि आज छात्र किताबों से दूर हैं। उनकी दुनिया डिजिटल हो गई है,जबकि किताबें ज्ञान को समृद्ध करती हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मृदुला शुक्ला ने कहा कि समाजीकरण की प्रक्रिया के दौरान बच्चों के भविष्य की दिशा तय होती है। बहुत जरूरी है की आज की अनिश्चित जीवन शैली, सामाजिक असुरक्षा से बचते हुये आशावादी और सकारात्मक सोच लेकर जीवन में आगे बढ़े।
स्कूल कोऑर्डिनेटर डाॅ. नीलम त्रिवेदी ने कहा कि मौजूदा समय चुनौतियों से भरा है, क्योंकि मूल्यपरक शिक्षा का अभाव हो गया है। जिससे सामाजिक वातावरण अनियंत्रित होता जा रहा है। 

हैप्पीनेस स्कूल संस्थापक डाॅ. सिधांशु राय ने कहा कि हैप्पीनेस स्कूल एक रचनात्मक अवधारणा के तहत पाठ्यक्रम से अलग हट कर ऐसी शिक्षा प्रदान करेगा जिससे विद्यार्थियों को सामाजिक व्यवहार में निपुण किया जा सके। 

इस आयोजन के मौके पर संस्था की वंदना निगम, कामायनी शर्मा, दीपिका श्रीवास्तव, कविता अरोड़ा और सीमा निगम मौजूद रहीं।