कानपुर। उर्सला अस्पताल की तीन जूनियर रेजीडेन्ट महिला डाक्टरों ने वहां पर तैनात एक सीनियर डाक्टर के खिलाफ छेडछाड की शिकायत एक बार फिर से की है। बीते 10 दिनों के भीतर सीनियर डाक्टर के खिलाफ यह दूसरी शिकायत दर्ज करवायी गयी है इससे पूर्व एक जेआर ने शिकायत दर्ज करवायी थी तो दो जेआर ने सामने आकर मामले को गंभीर बना दिया है। बतातें चलें कि जिला अस्पताल यूएचएम (उर्सला) के सीनियर डॉक्टर द्वारा पिछले दिनों कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल के अंदर बने न्यू मैरिड गर्ल्स हॉस्टल में पहुंचकर जूनियर रेजिडेंस के साथ छेड़छाड़ करने का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है। वहीं, जांच के दौरान दो और महिला जेआर सामने आई और डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला डॉक्टरों का कहना है की डॉक्टर नशे की हालत में अभद्रता करते हैं। छेड़छाड़ करते हैं। इस पूरे प्रकरण को कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्रचार डॉ. संजय काला ने गंभीरता से लिया है। नेत्र रोग विभाग की डॉक्टर का कहना है कि उक्त डॉक्टर दिन में भी नशे की हालत में रहता है। फोन ना उठाओ तो वॉट्सऐप पर मैसेज या कॉल करके संपर्क करने की कोशिश करता है। ये बातें नेत्र रोग विभाग की विभाग का अध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन से दर्ज कराई गई है ।उनकी इस हरकतों से हम सभी लोग मानसिक तनाव में रहते हैं। कई बार मना करने पर भी वह नहीं माने हैं। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर संजय काला ने मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आलोक रंजन को पत्र लिखकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। वहीं, इस पूरे प्रकरण की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें हैलट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की डॉ. शालिनी मोहन, उर्सला के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र तिवारी और डफरिन अस्पताल की मंजू सचान इस टीम में शामिल थी। हालांकि उन्होंने अपनी जांच पूरी कर ली है और वह अपनी रिपोर्ट जल्द ही सीएमएस को सौपने का काम करेंगें।