
आ स. संवाददाता
कानपुर। एक घर को हड़पने के लिए आरोपी महिला ने सारी हदे पार कर दी। महिला उसी घर में किराएदार बनकर रहती थी । घर के मालिक की मौत हुई तो उसने फर्जी पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज बनाकर खुद को उसकी पत्नी घोषित कर दिया। इस मामले में मृतक के भाई ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई मगर कोई रिपोर्ट नहीं लिखी गई। इसके बाद पीड़ित ने सीएमएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। तब कोर्ट के आदेश पर रावतपुर थाने में शातिर महिला समेत दो के खिलाफ जालसाजी और कूटरचना की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
गणेश नगर रावतपुर गांव निवासी हरेन्द्र कुमार शर्मा के मुताबिक उनके पिता स्व. मुन्नी प्रसाद शर्मा ने अपने जीवनकाल में सहकारी आवास समिति लिमिटेड से एक प्लाट एमआईजी जूही में उसके साथ भाई सुरेन्द्र व जितेन्द्र के नाम पर 999 साल के पट्टे पर क्रय किया था। सन 2003 में हरेन्द्र के पिता की मृत्यु हो गई। इसके बाद भाई जितेन्द्र कुमार शर्मा की मौत भी 29 जुलाई 2015 में हो गई। मृतक जितेन्द्र अविवाहित थे।
इसके बाद हरेन्द्र और छोटे भाई सुरेन्द्र कुमार शर्मा जमीन पर पट्टाधारक बन गए । दोनों ने सोसायटी के सचिव श्रीराम यादव से 16 मार्च 2018 को फ्री होल्ड की रजिस्ट्री भी करा ली। हरेन्द्र के मुताबिक छोटे भाई सुरेन्द्र ने सन 2011-12 में जमीन पर निर्माण कराया। भवन के छोटे-छोटे दो भागों को किरायेदारी पर दिया गया ।
हरेन्द्र के मुताबिक किरायेदारी के एक भाग में मंजू गौतम नाम की महिला अपने दो बच्चों के साथ किराये पर रहने लगी। इधर भाई जितेन्द्र की मृत्यु के बाद मंजू गौतम ने सोची-समझी साजिश के तहत हरेन्द्र के पते पर फर्जी मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड व पारिवारिक सदस्यता प्रमाणपत्र बनवा लिया और खुद को जितेंद्र की पत्नी दर्शा कर मंजू शर्मा बन गई। इसके बाद घर के हिस्से में कब्जा कर लिया। इस दौरान मंजू ने फर्जी विवाह प्रमाणपत्र भी बनवा लिया।
हरेन्द्र के मुताबिक उसने पुलिस में शिकायत की, जिसकी जांच हुई जिसमें स्पष्ट रिपोर्ट दी गई कि जितेन्द्र अविवाहित था। हरेन्द्र के मुताबिक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसकी पत्नी बनी मंजू ने हरेन्द्र व सुरेन्द्र के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर कर दिया। मगर जब कोर्ट को फर्जी दस्तावेज बनाए जाने का पता चला को वाद निरस्त कर दिया गया गया।
रावतपुर इंस्पेक्टर के मुताबिक मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच करने के बाद पुलिस द्वारा मामले में कार्रवाई की जाएगी।