कानपुर। घाटमपुर में रेप पीड़िता ने पुलिस के मुकदमा न दर्ज करने पर बीते दिनों सीएम कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की थी। समाजवादी पार्टी ने भी एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा था। इसके बाद पुलिस बैकफुट पर आई और मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
घाटमपुर क्षेत्र के एक गांव की रेप पीड़िता ने परिजनों के साथ मुख्यमंत्री की चौखट पर बुधवार को शिकायत की थी। उसने आरोप भी लगाया था कि पुलिस ने उसका मामला न दर्ज कर उसे भगा दिया था। इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने 3 नामजद व दो अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
पीड़िता का आरोप है कि दो साल पहले उसके साथ बलात्कार कर दोस्तों के बनाए वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर आरोपी शारीरिक शोषण करता रहा। जिससे वह गर्भवती भी हो गई है।
मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद पुलिस ने पीड़िता की मां की तहरीर पर मामला दर्ज किया है। जिसमें कहा गया है कि करीब दो साल पहले उसकी पुत्री अमरूद के बाग की रखवाली कर रही थी। तभी फरीदपुर निवासी आशीष सोनी पुत्र राकेश सोनी, बनहरी निवासी शिव मंगल सविता पुत्र जगदीश सविता व मेघनंद पुत्र रघुनाथ पहुंचे। आशीष सोनी ने बेटी के साथ रेप किया। उसके दोनों साथियों ने वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल करने व जान से मारने की धमकी देकर तब से आशीष बलात्कार करता आ रहा है। लोक लाज के भय से पीड़िता ने घरवालों को भी नहीं बताया।
आरोप है कि 30 सितंबर को तीनों आरोपी अन्य दो अज्ञात लोगों के साथ घर पहुंच गए। जबरदस्ती करने लगे तो पीड़िता ने बताया कि वह गर्भवती हो गई है। उसी बीच मां व बहन के घर पहुंचने पर आरोपी तमंचा लहराते हुए बाहर निकल गए।
उन्होंने बताया कि इसके बाद वहीं खड़े अपने लोडर का शीशा आशीष ने तोड़कर पुलिस को झगड़े की सूचना दे दी। जब पुलिस पहुंची तब उसे कांच तोड़ने की जानकारी हुई। थाना प्रभारी धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।