January 21, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
सराफा कारोबारी का 28 लाख का सोना लेकर फरार हुए आरोपी कारीगर मामा भांजों के मामले में पुलिस की अब तक की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों ने इतने सोने को डेढ़ साल में ठिकाने लगाया था। इतना ही नहीं वो इस दौरान लगातार सराफा कारोबारी के सम्पर्क में रहे और उन्हें इस बात का झांसा देते रहे कि जल्दी ही उसका सोना वापस कर देंगे। आरोपियों ने कारोबारी से यह तक कहा कि पुलिस के पास जाने की जरुरत नहीं है। वो जल्द से जल्द सोना वापस कर देंगे।
गोविंदनगर के-ब्लॉक निवासी सराफा कारोबारी सुरेन्द्र कुमार वर्मा के यहां काम करने वाले कारीगर रज्जन व उसके भांजे सुप्रीत और पोतू ने 28 लाख रुपए का सोना हड़पा और फरार हो गए। गोविंद नगर थाने में सराफा कारोबारी ने तहरीर देकर तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। इस मामले में पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश कर रही है।
एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि यह मामला  डेढ़ साल से चल रहा था । आरोपी जब कारोबारी से सोना लेते थे तो उसमें से थोड़ा-थोड़ा पार कर देते थे। जबसे  कारोबारी को पता चला तबसे तीनों कारीगर लगातार  उसके सम्पर्क में थे और उससे बात भी कर रहे थे।
नार्मल कॉल पर कारोबारी और कारीगरों की आपस में बात हुई है। इसके अलावा व्हाटसएप कॉल पर भी आपस में इनकी बात होती रही है।
एडीसीपी के मुताबिक कारोबारी ने जितनी बार आरोपियों से सोना वापस करने को लेकर बात की उसमें 122 बार आरोपियों ने सिर्फ एक ही जवाब दिया कि आज से कल तक में आपका सोना मिल जाएगा। हम कहीं भागे नहीं जा रहे है।आपको क्यों लगता है हम आपका सोना लेकर भाग जाएंगे। 

एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि जब आरोपी  भाग गए और उन्होंने अपना किराए का घर भी खाली कर दिया। तब सराफा कारोबारी पुलिस के सम्पर्क में आए और अपनी शिकायत दर्ज कराई।
आरोपियों को तलाशने के लिए पुलिस उनकी आखिरी लोकेशन के अलावा सीडीआर पर काम कर रही है। उनकी कॉल लिस्ट में बी,सी,डी पार्टी के कितने नम्बर है। इसपर जानकारी जुटाई जा रही है। एडीसीपी के मुताबिक जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।