
आ स. संवाददाता
कानपुर। गोविंद नगर इलाके में ओपी टावर अपार्टमेंट के निवासी लोगों ने उसे बनाने वाले बिल्डरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपार्टमेंट के बिल्डर ने लोगों को जो सहूलियत देने का वायदा किया गया था। उन मानकों को पूरा नहीं किया गया। इसी को लेकर फ्लैट मालिकों ने अपार्टमेंट में बिल्डर भाइयों के खिलाफ एक पोस्टर लगा दिए। इसी को लेकर एक बिल्डर से फ्लैट मालिक की मारपीट भी हुई। फ्लैट मालिकों ने मिलकर इस मामले में गोविंद नगर पुलिस को तहरीर दी है।
जी ब्लॉक गोविंद नगर में बने ओपी टावर में रहने वाले अमित रोचलानी कहते है कि कि इसे बिल्डर अंकुर सराफ और उसके भाई मोहित सराफ ने बनाया था। अमित का आरोप है कि बिल्डरों ने फ्लैट देने से पहले जानकारी दी थी कि यह केडीए अप्रूव्ड है। मगर ऐसा नहीं था। बिना अप्रूव कराए फ्लैट दे दिया गया था।
केडीए की मंजूरी न मिलने से संपत्ति पर कब्जा करने की अनुमति नहीं है। अमित के मुताबिक इससे उनके स्वामित्व की वैधता और भविष्य में कानूनी और वित्तीय जटिलताओं की संभावना बनी रहेगी। इसके अलावा उन्होंने फ्लैट निर्माण को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि निर्माण की गुणवत्ता और फ्लैट में कमियों के बारे में कई शिकायतों के बावजूद, कोई सुधार की कार्रवाई नहीं की गई है।
फ्लैटों में ऐसा निर्माण कराया गया है कि उंगली लगा दो तो दीवार से प्लास्टर उखड़ जाता है। पूरे भवन में लगातार दीवारों से पानी का रिसाव हो रहा है। प्लास्टर की गुणवत्ता खराब है, जिससे दीवारों में ड्रिलिंग जैसे बुनियादी काम प्रभावित हो रहे हैं। खोखली टाइलें लगाई गई है। ढीली फर्नीचर फिटिंग की गई है। घटिया पेंटिंग की गई जो कुछ महीनों में ही फीकी पड़ने लगी है। इतना ही नहीं अधूरा पार्किंग क्षेत्र दिया गया है।
अमित ने बताया कि फ्लैट लेने से पहले एक अच्छी लिफ्ट लगाने की बात हुई थी, लेकिन वो काम भी बिल्डर भाइयों ने चलताऊ ढंग से करके दिया। अमित के अलावा इसी तरह की समस्याओ से अन्य फ्लैट मालिक राजेश कुमार, जसबीर, कुलदीप और सुमित कुमार भी जूझ रहे हैं।
फ्लैट मालिक जब काफी तंग आ गए तो उन्होंने अपार्टमेंट में बिल्डर भाइयों के खिलाफ एक पोस्टर लगा दिए। जिसमें सार्वजनिक चेतावनी के बाद भी फ्लैट में हो रही अनियमितताओं के बारे में जानकारी दी गई है।
पुलिस ने इस मामले में समझौता कराने के साथ ही पोस्टर हटवाए थे। अमित के मुताबिक उसके बाद फिर बिल्डर द्वारा मारपीट की गई। बिल्डर ने उन्हें व उनकी पत्नी को भी धक्का दे दिया। जब ज्यादा लोग इकट्ठा होने लगे तो वो और उसका ठेकेदार भाग निकले।
इस मामले में बिल्डर अंकुर सराफ ने कहा कि फ्लैट में सभी लोग 1-2 साल से रह रहे हैं। कुछ दिक्कतों के बारे में बताया गया था, जिसकी नपाई करा ली गई थी। दो फ्लैटों के मालिक भी थे। उन्हें जानकारी भी दी गई थी कि सोमवार से काम लगेगा। उसके बाद भी फ्लैट वालों ने मिलकर पोस्टर लगा दिए और फिर जब मैं पहुंचा तो अमित रोचलानी समेत दो तीन अन्य लोगों ने मुझसे व ठेकेदार से मारपीट की, साथ ही हाथों में दांत से काट लिया।
अपार्टमेंट में रहने वाले 5-7 परिवारों ने रजिस्ट्री भी करा ली है। अब अगर कोई रहेगा तो सामान तो खराब होगा ही। हमेशा एक ही जैसा ही बना रहे ये तो सम्भव नहीं है।
गोविंद नगर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। उसके बाद फिर से विवाद हुआ है। कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।