May 24, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
शहर में मृत पशुओं का दाह-संस्कार करने वाले मार्डन कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट की उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जांच करेगा। पीएम पोर्टल पर आई  शिकायत पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मामला संज्ञान में लिया है।
प्लांट की संयुक्त जांच के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए हैं। इस मामले में बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा ने संयुक्त जांच के लिये सीपीसीबी लखनऊ को सदस्य नामित करने के लिए पत्र भी लिख दिया है। अब नामित सदस्य प्लांट का संयुक्त निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट देंगे।
पनकी भऊसिंह में अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र मार्डन कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट लगाया गया है, जहां मृत पशुओं के शवों को जलाया जा रहा है। कुछ लोगों ने प्लांट से प्रदूषण होने की शिकायत पीएम पोर्टल पर की थी ।
जिसके बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने वीडियो कांफ्रेंसिंग करके केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दिल्ली से नगर निगम के कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट की जांच के आदेश दिए, जिसके बाद सदस्य नामित किये जा रहे हैं।
पनकी में 5 करोड़ की लागत से मार्डन कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट लगाया गया है। 5 साल पहले प्लांट लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। नगर निगम अधिकारियों ने पिछले वर्ष प्लांट को शुरू कर दिया, जिसके बाद से मृत पशुओं का दाह संस्कार प्लांट में किया जा रहा है।
मृत पशु को ले जाने की जिम्मेदारी नगर निगम की होती है, लेकिन अक्सर ऐसी शिकायतें आती हैं कि टीम इन मृत पशुओं को इधर-उधर या फिर जंगल क्षेत्र में फेंक कर चली जाती है। कई बार ऐसा वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद नगर आयुक्त ने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी।
नगर निगम के अधिशासी अभियंता दिवाकर भास्कर ने बताया कि कुछ लोग विरोध व शिकायत इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनको मृत पशुओं की खाल इस्तेमाल करने को नहीं मिल रही है । इस प्लांट से बहुत लाभ होते है, जांच होने दीजिए।