
संवाददाता
कानपुर। शहर में नाला सफाई में लगे ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे है। नालों की सफाई में लगे कर्मचारी आधी सिल्ट नाले में ही छोड़ दे रहे है। कई जगह तो नालों में सफाई ही नहीं की जा रही है। साथ ही बड़े नालों की सफाई का वर्क आर्डर जारी होने के बाद भी अब तक सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया। नगर निगम के अधिकारियों की मॉनीटरिंग में यह मामले सामने आ रहे हैं।
मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी कृपा नंद शुक्ला ने जोनल स्वास्थ्य अधिकारी और सुपरवाइजर के साथ जोन 3 में हो रही नाला सफाई का निरीक्षण किया। यहां वार्ड 14 और 25 के साथ ही बड़े नाले आईबीआई में भी नाला सफाई के कार्यों को देखा गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि यहां नाला सफाई में लगी मेसर्स कबीर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा नाला सफाई कार्य में लापरवाही बरती जा रही है।
कुछ नाला सफाई के कार्य वर्क आर्डर के बाद भी शुरू नहीं किए गए और जो कार्य किया गया वह भी संतोषजनक नहीं मिला। वार्ड-14 राखी मंडी से जूही डिपो तक नाला सफाई कार्य में कई जगह नाले में सिल्ट व कूड़ा पड़ा मिला। अधिकारी जब वार्ड-25 पहुंचे तो शनिदेव मंदिर से चिड़ीमार मुहल्ला होते हुए चौकी तक जाने वाले नाले और बाकरगंज चौराहे पर नाला सफाई के कार्य में अनियमितता मिली।
यहां कई स्थानों पर नाला सफाई का कार्य किया ही नहीं गया था। वाई ब्लाक किदवई नगर स्थित आरबीआई पश्चिमी मोड़ से यशोदा नगर बाईपास तक गए नाले की तो कंपनी ने सफाई तक शुरू नहीं की। इस पर आपत्ति जताते हुए संबंधित अधिकारियों और कंपनी को फटकार लगाई गई। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी ने जेई सिद्धार्थ को चेतावनी देते हुए कहा कि आपकी ओर से कंपनी पर क्या कार्रवाई की गई।
जोनल स्वास्थ्य अधिकारी व सुपरवाईजर जोन-3 भी से पूछा कि नाला सफाई संबंधित फर्म मेसर्स कबीर कंस्ट्रक्शन के खिलाफ क्या कार्यवाई अमल में लायी गयी है। उन्होंने इसका विवरण भी मांगा। लेखाधिकारी ने कहा कि ठेकेदार कंपनी पर कार्रवाई के लिए प्रस्ताव तैयार करें। अधिशाषी अभियंता राजेश सिंह ने बताया कि ठेकेदार पर कार्रवाई के लिये प्रस्ताव तैयार कर नगर आयुक्त को देंगे। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी ने मामले की जानकारी नगर आयुक्त को भी दी है।