
संवाददाता
कानपुर। शिवराजपुर ब्लॉक के सरैया घाट पर शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई।
इस शुभ अवसर पर घाट पर बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद पूजा-अर्चना भी की।
आश्चिन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा शरद पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है। शरद पूर्णिमा को कोजागिरी पूर्णिमा व्रत और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है तथा कुछ क्षेत्रों में इस व्रत को कौमुदी व्रत भी कहा जाता है।
शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा व भगवान विष्णु का पूजन कर, व्रत कथा पढ़ी जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन चन्द्र अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होते हैं।





