April 26, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन को मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त ने हरी झंडी दे दी है। इसके बाद मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक सफर में कुल 28 मिनट का समय लगेगा। आईआईटी से मोतीझील की दूरी 15 मिनट और मोतीझील से सेंट्रल स्टेशन तक 13 मिनट में दूरी तय होगी।
आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी की दूरी है। इस पर संचालन पहले ही से हो रहा है। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक करीब 7 किमी में संचालन शुरू होना है। इसके बाद कानपुर में कुल 16 किमी में मेट्रो का संचालन होगा। 16 किमी सफर के सफर में 28 मिनट का समय लगेगा।
आईआईटी, कल्याणपुर, एसपीएम हास्पिटल, छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय, गुरुदेव चौराहा, गीता नगर, रावतपुर, एलएलआर हास्पिटल, मोती झील, चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज, कानपुर सेंट्रल तक 14 स्टेशनो पर मेट्रो सफर करेगी जिसमें मोतीझील से आगे के सभी 5 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
मेट्रो में सफर के लिए न्यूनतम किराया 10 रुपए देना होगा और अधिकतम किराया 40 रुपए लगेगा। एक से अगले स्टेशन तक की यात्रा के लिए 10 रुपए चुकाने होंगे। 2 स्टेशन तक के लिए 15, 3 से 6 स्टेशन तक 20, 7 से 10 स्टेशन तक 30, 11 से 14 स्टेशन तक 40 रुपए खर्च करने होंगे। आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक 40 रुपए लगेंगे।
सीएमआरएस की एनओसी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन का उद्घाटन करने आ सकते हैं। उनके दौरे को लेकर तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं।

कानपुर मेट्रो मोतीझील से कानपुर सेंट्रल के बीच पहले दिन से ही ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन मोड पर चलाई जाएगी। इसका मतलब है कि ट्रेन में ड्राइवर तो मौजूद रहेगा, लेकिन वो संचालन नहीं करेगा। इमरजेंसी सिचुएशन होने पर ही ड्राइवर कंट्रोल अपने हाथ में लेगा।
आमतौर पर आरंभ में मेट्रो ट्रेनों को ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन मोड पर चलाया जाता है। पर्याप्त तैयारियों और ट्रायल प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही ट्रेन एटीओ मोड में चलाई जाती है।

इसके अलावा आटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम भी स्टेशनों पर लगा दिया गया है। टिकट वेंडिंग मशीन भी लगी है। इन सभी मेट्रो स्टेशनों से यात्रा के लिए टिकटिंग की व्यवस्था पूरी कर ली गई है।