
आ स. संवाददाता
कानपुर। बसंत पंचमी के साथ ही लाला लाजपत राय की जयंती के मौके पर लोक सेवक मंडल संस्था की ओर से अखिल भारतीय कवि सम्मलेन का आयोजन करके कवियों को सम्मानित किया गया।
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कवियित्री शिखा मिश्रा ने आंखों से ओझल है मंझार वह दिखा दूंगी, बहते हुए पानी से तस्वीर बना दूंगी… कविता से कवि सम्मेलन की शुरुआत की।
हरिहर नाथ शास्त्री भवन, खलासी लाइन में आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली, भोपाल, आगरा, एटा समेत अनेक जनपदों से आए 15 कवियों को संस्था की ओर से सम्मानित किया गया।
बन गया राम मंदिर अवध में, श्याम के घर की हो रही तैयारी है… हर हर महादेव काशी में गूंज रहा, अब तो हमारे बृजधाम की बारी है। जैसे, जैसे स्वाभिमान जाग रहा देश का… वैसे, वैसे प्रगति हो रही हमारी है… श्रीकृष्ण, राम जन्म भूमि के विरोधी सुनो, मति मारी गई तुम्हारी है… काव्य पाठ का मंचन होते ही ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
डॉ. शिवओम अंबर ने लेखनी के पास हस्ताक्षर नही औरों के वंश में दिनकर नही है… शैल भदावरी तितली ने वैसे तो मैं भिखारी हूं फिर भी अंतरात्मा से शर्माता हूं… वेद प्रकाश मणि ने एक तोतले नेता जी आए बैटन–बैटन में पूरा भाषण सुनाए… भोपाल की अनीता तिवारी ने मौसम बदल रहा है, हमारे अन्दर भी तुम्हरे अन्दर भी… काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में प्रेम नारायण सोमानी, अरविंद पिलानिया, नरेंद्र ओमर, दीपक सिंहानिया, शेष नारायण द्विवेदी, पवन तिवारी, सुशील गुप्ता, अमरनाथ मेहरोत्रा, अजय कुमार मिश्र, विशाल अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, जीतेंद्र पाल सिंह, महेंद्र सिंह, रमेश चंद्र मिश्र, अरविंद सिंह चौहान समेत अन्य लोगों को सम्मानित किया गया।