
आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर की बहुचर्चित सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला है।
इस सीट पर सपा की उम्मीदवार नसीम सोलंकी और भाजपा के उम्मीदवार सुरेश अवस्थी के बीच मुख्य चुनावी मुकाबला होगा। इस सीट पर अन्य दल भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला इन ही दोनों दलों के बीच होने वाला है। इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए कुल ग्यारह प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिनमें से पांच प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त कर दिए गए हैं, केवल छह प्रत्याशीयों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं।
सपा ने नसीम सोलंकी को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा की ओर से सीसामऊ सीट पर पहले राकेश सोनकर को टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर चली थी। राकेश को मुख्यमंत्री ने भी बुलाया था। लेकिन सीसामऊ से सुरेश अवस्थी को टिकट दे दिया गया। राकेश सोनकर को उम्मीदवार न बनाये जाने पर दलित वोटरों में गलत संदेश गया और सुरेश अवस्थी का अंदरखाने में विरोध शुरू हो गया। इस पर भाजपा ने दलितों की नाराजगी को भांपते हुए इस सीट पर दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को मुख्य भूमिका में उतारा है। चुनाव संचालन समिति की बैठक में दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को चुनाव का संयोजक बनाया गया है। दलित वोटो पर पकड़ बनाने के लिए कई दलित मंत्रियों और विधायकों को भी इस सीट पर प्रचार के लिए बुलाने की तैयारी है।
दूसरी तरफ विपक्षी इंडिया गठबंधन की एक सभा में तय किया गया कि गठबंधन की सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी को मजबूत किया जाए और उनको जीत दिलाई जाए। इस सभा में कांग्रेस जिला अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने कहा कि उपचुनाव की लड़ाई में कांग्रेस के साथियों को अपने गठबंधन के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए मेहनत करनी है।
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फजल महमूद, सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, पूर्व कांग्रेस विधायक संजीव दरियाबादी, कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे आलोक मिश्रा के साथ कांग्रेस और सपा के अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहे।