कानपुर। सडक दुर्घटना में घायल दरोगा रवि कुमार दीक्षित की इलाज के दौरान गुरुवार रात लखनऊ के एक अस्पताल को मौत हो गई। मौत की जानकारी मिलते ही कानपुर पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। मामले में पुलिस ने रेलबाजार में एक्सीडेंट की एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन अब मौत के बाद केस में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी।रेलबाजार थाने के एसओ विजय दर्शन शर्मा ने बताया कि 9 अगस्तम को ट्रैफिक पुलिस दफ्तर के पास जीटी रोड पर एक्सीडेंट हुआ था। एसओ ने बताया कि चकेरी की तरफ से मीरपुर निवासी स्कूटी सवार सिराज अंसारी का 18 वर्षीय बेटा तेज रफ्तार से आ रहा था। इधर कलक्टरगंज थाने में तैनात दरोगा रवि कुमार दीक्षित (38) साल अपनी बुलेट से जीटी रोड पर जा रहे थे। जीटी रोड पर पहुंचते ही स्कूटी सवार ने तेज टक्कर मार दी।हादसे में रवि के हेड इंजरी होने के बाद अचेत हो गए। टक्कर इतनी तेज थी कि बुलेट का शेप बिगड़ गया था। दरोगा के पीछे आ रहे पुलिस कर्मियों ने उन्हें कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया। इधर हालत गंभीर होने पर लखनऊ से पहुंचे परिवारीजन रवि को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में रेफर करा दिया। इलाज के दौरान 15 अगस्त की देर शाम दरोगा रवि का निधन हो गया।रेलबाजार एसओ ने बताया कि मृतक दरोगा रवि कुमार दीक्षित मूल रूप से ग्राम इटौवा लखीमपुर खीरी के निवासी थे। उनकी तैनाती कलक्टरगंज थाने की नयागंज चौकी में थी। हादसे के बाद इलाज के दौरान दरोगा के निधन की खबर मिलने के बाद से पुलिस महकमे में शोक की लहर है।