
आ स. संवाददाता
कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस एंड कम्पेटिबिलिटी और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी टेस्ट सुविधा का उद्घाटन किया गया जो भारत की इलेक्ट्रिकल और मेडिकल उपकरणों के परीक्षण बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा ।
इस सुविधा का उद्घाटन प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल, निदेशक, आई आई टी कानपुर, और डॉ. राज के शिरुमाला, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद ने किया।
इस अवसर पर प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल, निदेशक, आई आई टी कानपुर ने कहा कि परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए बाहरी मान्यता के महत्व और विद्युत और चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में ईएमसी परीक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर में इस एनएबीएल मान्यता प्राप्त सुविधा का शुभारंभ ईएमआई, ईएमसी और विद्युत सुरक्षा परीक्षण में भारत की क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। यह सुविधा उद्योगों और स्टार्टअप के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करेगी, जिससे वे विश्वस्तरीय, सुरक्षित और विश्वसनीय इलेक्ट्रॉनिक और चिकित्सा उपकरण विकसित कर सकेंगे।
डॉ. राज के शिरुमाला ने मेडिकल उपकरण क्षेत्र में ईएमसी परीक्षण के महत्व और राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के लक्ष्य के साथ इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला, जो भारत में मेडटेक उपकरणों के डिजाइन और निर्माण को बढ़ावा देगा । उन्होंने कहा कि भारत के मेडटेक क्षेत्र की तेजी से वृद्धि के साथ, वैश्विक सुरक्षा और प्रदर्शन मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। आई आई टी कानपुर में यह सुविधा नवाचार का समर्थन करने और देश में उच्च गुणवत्ता वाले, सुरक्षित चिकित्सा उपकरणों के विकास को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उद्घाटन समारोह में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें उप निदेशक प्रो. ब्रज भूषण, डीन ऑफ रिसोर्स एण्ड डेवलपमेंट प्रो. तरुण गुप्ता और आईआईटी कानपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रो. योगेश चौहान शामिल थे। अन्य सम्मानित अतिथियों में कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. पूजा तनवार, डॉ. डी. सी. पांडे और एम जी सत्येंद्र शामिल थे।
राष्ट्रीय परीक्षण और कैलिब्रेशन प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड से मान्यता प्राप्त यह सुविधा मुख्य रूप से बीआईआरएसी द्वारा राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के तहत वित्तपोषित है। यह उन सभी इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, विशेष रूप से चिकित्सा उपकरणों के व्यापक इएमआई, इएमसी और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा परीक्षण करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित है, जिसमें प्री-कंप्लायंस और कंप्लायंस परीक्षण शामिल हैं।
इस क्षेत्र में विशेष रूप से चिकित्सा उपकरणों के लिए मान्यता प्राप्त इएमआई, इएमसी और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा परीक्षण सुविधाओं की कमी है।
आईआईटी कानपुर में इस सुविधा की स्थापना से विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए किफायती परीक्षण समाधान उपलब्ध होंगे, जिससे इस क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद विकसित करने वाले स्टार्टअप और उद्यमों को लाभ होगा।