कानपुर। नगर निगम ने शुक्रवार को हाउस टैक्स का बिल की समस्या के समाधान को लेकर नगर निगम मुख्यालय में हाउस टैक्स कैंप आयोजित किया। पहले दिन करीब 3 दर्जन से अधिक लोग हाउस टैक्स की समस्या लेकर पहुंचे। निगम द्वारा हाउस टैक्स के बढ़े बिल को लेकर लोग परेशान हैं। बीते 1 साल में करीब साढ़े 4 हजार हाउस टैक्स से संबंधित शिकायतें नगर निगम के पास पहुंची। सांसद से लेकर विधायक और आम लोग मनमाने तरीके से नगर निगम द्वारा बढ़ाकर भेजे जा रहे बिल का विरोध कर रहे हैं।
फजलगंज निवासी विकलांग हर्ष कपूर के मित्र जसपाल सिंह ने बताया कि हर्ष कपूर 100 फीसदी विकलांग हैं। 2 साल का हाउस टैक्स का बकाया बिल करीब 4 लाख रुपए भेज दिया गया। मार्च माह में भी हाउस टैक्स माफ करने को लेकर अप्लीकेशन दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि शासनादेश के मुताबिक 100 फीसदी विकलांग का हाउस टैक्स माफ है। राजकमल ने बताया कि पहले बिल 1622 रुपए आता था, अचानक से 8 हजार रुपए का बिल बनाकर भेज दिया है। नगर निगम हाउस टैक्स बिल को लेकर जबरदस्ती वसूली करने पर उतारु है। अधिकारियों ने अप्लीकेशन देने के लिए कहा है। स्वरूप नगर निवासी चंद्रकांत शिवहरे ने बताया कि 4800 रुपए से हाउस टैक्स बिल बढ़ाकर 11 हजार कर दिया है। जबकि मकान में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अप्लीकेशन देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अब अप्लीकेशन दी है। देखते हैं क्या सुनवाई होती है।
हरबंश मोहाल निवासी पवन कुमार जायसवाल ने बताया कि 253 रुपए से बढ़ाकर साढ़े 10 हजार रुपए कर दिया गया। 27 अक्टूबर 2021 से बकाया बिल 1.76 लाख रुपए कर दिया गया। जबकि ये ट्रस्ट की जमीन है और इसमें मंदिर बना हुआ है। नगर निगम मुख्य कर अधीक्षक अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि नगर निगम हाउस टैक्स से जुड़े जितने भी मामले आ रहे हैं, सभी का निस्तारण समय पर किया जा रहा है। लगभग पांच हजार शिकायतों में 4 हजार शिकायतें निस्तारित की जा चुकी हैं। जहां तक विकलांग का सवाल है, शासनादेश के मुताबिक 100 विकलांगता और सिर्फ एक रेजिडेंशियल मकान होने पर ही बिल 100 फीसदी माफ किया जाता है।