आ.सं.
कानपुर। ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस की जांच अब कानपुर के अस्पतालों में भी होगी। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस से लोगों को डरने की जरूरत नहीं हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की ओपीडी में संदिग्ध रोगियों की सैंपलिंग की जाएगी।
हैलट अस्पताल में जो भी मरीज आएंगे उनके लिए मैटरनिटी ब्लॉक में कोविड ओपीडी में एचएमपीवी के रोगी देखे जाएंगे। ओपीडी में ही मरीजों की सैंपलिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसके बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का माइक्रोबायोलॉजी विभाग लिए गए सैंपल को केजीएमयू लखनऊ भेजेगा।
मेडिकल कॉलेज के संचारी रोग विभाग के नोडल अधिकारी सीनियर फिजीशियन डॉ.बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि अभी तक एचएमपीवी का कोई भी संदिग्ध मरीज ओपीडी में नहीं आया है। इसके अलावा इमरजेंसी में भी ऐसा कोई मरीज नहीं देखा गया है।
अस्पताल में दो तरह के रोगियों पर अधिक फोकस रहेगा। इसमें इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस और सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी इंफेक्शन के रोगियों की जांच कराई जाएगी। एचएमपीवी और दूसरे वायरल संक्रमण में एक ही तरह के लक्षण उभरते हैं। रोगियों में फ्लू जैसे लक्षण होने पर जांच कराई जाएगी। आईडीएच और बालरोग अस्पताल में कुल 27 बेड आरक्षित किये गए हैं।
उर्सला अस्पताल के निदेशक डॉ. एचडी अग्रवाल ने बताया कि एचएमपीवी को लेकर हमारे अस्पताल में पूरी तैयारी की गई है। इसके लिए अस्पताल में 20 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। साथ ही वेंटिलेटर की भी सुविधा उपलब्ध है। सभी रोगों की दवाएं भी उपलब्ध हैं। इसके आलावा डॉक्टरों की पूरी टीम मुस्तैदी से लगी हुई है।
