आ. सं.
कानपुर। नगर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की सुविधा दम तोड़ रही है। नगर निगम के जोन 4 में लगी कंपनी घरों से कूड़ा उठाने नहीं पहुंच रही हैं, इससे घरों का कूड़ा सड़कों पर फैल रहा है। नगर निगम कर्मचारी भी सफाई करने के बाद कूड़ा उठाकर सड़क किनारे फेंक रहे हैं। करीब 1 लाख घर प्रभावित हैं।
पार्षदों की ओर से सदन में मामला उठाने के बाद भी इस कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ा है। जोन 4 में प्रतिदिन कूड़ा घरों से न उठाने पर क्षेत्रीय लोगों ने सीएम पोर्टल पर शिकायत कर दी है।
आरोप है कि कंपनी के कर्मचारी कूड़ा उठाने आते ही नहीं है। इसी समस्या से उत्तर और दक्षिण के कई मोहल्ले जूझ रहे हैं जिसकी वजह से नगर निगम में शिकायतों का अंबार लग गया है।
शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की सुविधा में सबसे ज्यादा शिकायतें दीक्षांत संस्था की आ रही हैं। पिछले दिनों नगर निगम में पार्षद लक्ष्मी कोरी ने दीक्षांत कंपनी को बैन करने का मुद्दा उठाया था। अधिकारियों ने कंपनी पर दबाव भी बनाया लेकिन कंपनी सुधार नहीं कर रही है।
जोन-4 में प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण क्षेत्रीय निवासियों द्वारा मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले, आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई है।
इन समस्याओं की वजह से नगर निगम की स्वच्छता रैंकिंग पर भी प्रभाव पड़ रहा है। पिछले दिनों समीक्षा बैठक में लिखित एवं मौखिक रूप से शत प्रतिशत घरों से प्रतिदिन कूड़ा कलेक्शन कार्य कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन शहर में कूड़ा उठान में सुधार नहीं आ रहा है।
शहर में नई सड़क, काकादेव, गोविंद नगर, किदवई नगर, लाल कॉलोनी, बर्रा, कर्रही, रतनलाल नगर समेत कई मौहल्लों में कूड़ा न उठाने की समस्या आ रही है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. चंद्रशेखर ने बताया कि दीक्षांत संस्था को दोबारा चेतावनी दी गई है कि वह प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करें। अगर शिकायतें कम नहीं हुईं तो संस्था पर अर्थदंड लगाने के साथ ही उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
