
आ स. संवाददाता
कानपुर। कल्याणपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भाजपा नेत्री सुनीता शुक्ला की संदिग्ध मौत के मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से लेकर भाजपा नेत्री के परिजनों से बात की और शांत हो गई। उसका कारण भी था। कार्रवाई के लिए सबसे मुख्य कार्य पोस्टमार्टम कराना होता है, जो भाजपा नेत्री के परिजनों ने नहीं कराया।
इसके साथ ही बुधवार रात में घटित हुई इस घटना को लेकर अब तक भाजपा नेत्री के परिवार की तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली। एसीपी कल्याणपुर के मुताबिक कोई तहरीर मिलती है तो मामले में जांच करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आवास विकास निवासी भाजपा नेत्री और अंतरराष्ट्रीय महिला महासभा की पदाधिकारी सुनीता शुक्ला की कल्याणपुर स्थित एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। उनकी बेटियों ऋचा शुक्ला और तृप्ति शुक्ला ने अस्पताल प्रबंधन पर गलत इंजेक्शन देकर जान से मारने का आरोप लगाया था। देर रात काफी हंगामे के बाद पुलिस पहुंची थी। जिसके बाद परिजन शव को घर ले आए थे।
एसीपी कल्याणपुर के मुताबिक भाजपा विधायक से लेकर कई भाजपा नेताओं ने परिजनों से सुनीता शुक्ला का पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा मगर उन्होंने नहीं कराया। इसके बाद परिजन उनकी अंतिम यात्रा भैरोघाट ले गए। जहां पर सुनीता शुक्ला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस के मुताबिक परिजनों ने इस मामले में कोई तहरीर भी नहीं दी है। अस्पताल प्रबंधन पर गलत इलाज का आरोप लगा है तो इसकी जांच सीएमओ के जरिए कराई जाएगी। एसीपी कल्याणपुर ने कहा कि यदि परिजन कोई तहरीर देते हैं तो मामले में जांच करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।