
संवाददाता
कानपुर। शासन ने भले ही चार घंटे में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपने का आदेश दिया हो। लेकिन पुलिस और डाक्टरों की लापरवाही के चलते पोस्टमार्टम की प्रक्रिया समय से पूर्ण नहीं हो पा रही है। बुधवार को उर्सला अस्पताल के दो डाक्टरों डा.सपन गुप्ता और डा. वीकेएस कटियार की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके बावजूद वह दोपहर दो बजे तक पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचे।
वीकेएस कटियार वहीं डॉक्टर हैं जिनका पिछले सप्ताह उर्सला अस्पताल के सुपरवाइजर राबिन सिंह को पीटते हुए वीडियो सामने आया था।
परिजनों ने बताया कि करीब 6-6 घंटे तक इंतजार करने के बावजूद अभी तक शवों का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है।
रसूलाबाद से जिला पंचायत सदस्य जगदेव कुरील ने बताया कि उनके गांव के रहने वाले पंकज कुमार का कल रात महाराजपुर मोड़ के कुलगांव के पास एक्सीडेंट हुआ था। हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था। परिजनों ने बताया कि सुबह 8 बजे से वह पोस्टमार्टम के लिए इंतजार कर रहे है, लेकिन अब तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका है।
जिला पंचायत सदस्य ने सीएमओ डॉ. उदयनाथ को कई बार फोन किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इसके बाद उन्होंने डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह से डॉक्टरों की शिकायत की। जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि 6 घंटे बाद भी अब तक पोस्टमार्टम शुरू नही हो सका है।
हमीरपुर कुरारा निवासी अजीत कुमार ने बताया कि उनका बच्चा हैलट अस्पताल में भर्ती था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। सुबह 10 बजे उनका शव पुलिस ने पोस्टमार्टम भिजवाया था। करीब 4 घंटे बीतने के बाद भी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचे।
पोस्टमार्टम प्रभारी डॉ. नवनीत चौधरी शिवराजपुर के धीरेंद्र, जयप्रकाश, साढ़ से अनमोल, जूही से राहुल कनौजिया, रेलबाजार व नौबस्ता से अज्ञात शवों का पोस्टमार्टम कर चुके है।
डॉ. चौधरी ने बताया कि शासन का निर्देश है कि चार घंटे में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराकर शव परिजनों को सौंप दिया जाना चाहिए, लेकिन पुलिस के पंचनामा भरने में देरी और ड्यूटी डॉक्टरों के समय से न पहुंचने के कारण विलंब हो रहा है।